Cryptocurrency ने किया मालामाल : 5 साल में 1 लाख Bitcoin हुआ 93 लाख, मिला 9213 फीसदी रिटर्न
बिजनेस डेस्क। क्रिप्टोकरंसी (Cryptocurrency) बिटकॉइन (Bitcoin) की तरफ दुनियाभर के निवेशकों का झुकाव तेजी से बढ़ता जा रहा है। दरअसल, इसमें बहुत ज्यादा रिटर्न मिल रहा है। इतना ज्यादा रिटर्न गोल्ड या दूसरे किसी भी निवेश में नहीं मिल सकता। पिछले 5 साल में बिटकॉइन में करीब 9213 फीसदी का रिटर्न मिला है। इसका मतलब है कि आज से 5 साल किसी ने बिटकॉइन में अगर 1 लाख रुपए का निवेश किया होगा, तो अब वह राशि करीब 93 लाख रुपए हो गई है। बिटकॉइन में निवेश करने वाले 5 साल में ही करोड़पति बन गए हैं। बता दें कि बिटकॉइन की कीमत लगातार बढ़ती जा रही है। जानें बिटकॉइन में कैसे बढ़ता जा रहा है निवेश और कितना मिल रहा है रिटर्न।
(फाइल फोटो)
बिटकॉइन (Bitcoin) में मिलने वाले रिटर्न को देखते हुए कहा जा सकता है कि पिछले महीने जिन निवेशकों ने इस करंसी में एक लाख रुपए का निवेश किया, वह आज की तारीख तक 9.34 लाख रुपए हो चुका है। बता दें कि 1 बिटकॉइन की कीमत इस समय करीब 37,384.24 डॉलर (करीब 27,32,133.72 रुपए) है। (फाइल फोटो)
पूरी दुनिया में बिटकॉइन की तरफ निवेशकों का झुकाव बढ़ता ही जा रहा है। हालांकि, देश के सबसे पुराने बिटकॉइन और क्रिप्टो एसेट एक्सचेंज Zebpay के मुताबिक, दुनिया भर में मौजूद बिटकॉइन में 1 फीसदी से भी कम भारतीयों के पास है। (फाइल फोटो)
बिटकॉइन में निवेशकों को पिछले 5 साल में जोरदार मुनाफा मिला है। आज से 5 साल पहले 7 जनवरी, 2016 को 1 बिटकॉइन की कीमत 441.02 डॉलर (करीब 29.34 हजार रुपए) थी। आज इसकी कीमत बढ़ कर 37,384.24 डॉलर (करीब 27.32 लाख रुपए) हो चुकी है। (फाइल फोटो)
गोल्ड को हमेशा ही सबसे सुरक्षित निवेश समझा जाता रहा है। इसमें निवेशकों को लगातार बेहतर रिटर्न मिलता रहा है। कोविड-19 महामारी (Covid-19 Pandemic) के दौर में भी साल 2020 में गोल्ड में 28 फीसदी का रिटर्न मिला, जबकि पूरी दुनिया में आर्थिक अनिश्चितत की स्थिति बनी हुई रही। वहीं, बिटकॉइन में साल 2020 में करीब 298 फीसदी का रिटर्न मिला। (फाइल फोटो)
एक महीने में बिटकॉइन में निवेशकों को 934 फीसदी का रिटर्न मिला है। इसकी तुलना अगर गोल्ड से की जाए तो 7 दिसंबर को 24 कैरेट 10 ग्राम गोल्ड का भाव दिल्ली में 50,920 रुपए था, जो आज 7 जनवरी को बढ़कर 53,540 रुपए हो चुका है। यानी एक महीने में गोल्ड में सिर्फ 5.15 फीसदी रिटर्न मिला है। (फाइल फोटो)
बिटक्वॉइन एक तरह की वर्चुअल करंसी (Virtual Currency) है। हाल के वर्षों में इसका इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है। पेपैल (PayPal) ने अपने प्लेटफॉर्म पर बिटकॉइन के जरिए लेन-देन को मंजूरी दे दी है। इसका मतलब है कि पेपैल के जरिए किसी भी तरह के ट्रांजैक्शन के लिए बिटकॉइन में पेमेंट किया जा सकता है। (फाइल फोटो)
भारत में क्रिप्टोकरंसी (Cryptocurrency) को लेकर अभी तक कोई गाइडलाइन्स जारी नहीं की गई है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 6 अप्रैल, 2018 को क्रिप्टोकरंसी को लेकर एक सर्कुलर जारी किया था। इस सर्कुलर के मुताबिक, केंद्रीय बैंक द्वारा विनियमित संस्थाओं पर क्रिप्टोकरंसी से जुड़ी किसी भी तरह की सर्विस पर रोक लगा दी गई थी। इसके बाद यह मामला सुप्रीम कोर्ट में गया। सुप्रीम कोर्ट ने मार्च 2020 में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा क्रिप्टोकरंसी पर लगाए गए प्रतिबंध को खारिज कर दिया। (फाइल फोटो)
क्रिप्टोकंरसी को लेकर किसी तरह का कोई सरकारी नियम या गाइडलाइन्स नहीं होने की वजह से बिटकॉइन में निवेशक को अपने रिस्क पर पैसा लगाना होता है। अगर इसमें निवेश किया गया पैसा डूबता है, तो किसी भी सरकारी एजेंसी की कोई जिम्मेदारी नहीं हो सकती। (फाइल फोटो)