पहली ही कोशिश में ऑटो ड्राइवर का बेटा बना था IAS अफसर, मोहल्ले वालों को भी नहीं हुआ भरोसा
पुणे. एक कहावत है जहां चाह वहां राह। सच भी है अगर कोई व्यक्ति दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ संकल्प ले ले तो चाहे हालात जैसे भी हो वह अपने लक्ष्य को जरूर हासिल करता है। कुछ ऐसा ही कर दिखाया था अंसार अहमत शेख ने। जिन्होंने UPSC जैसे कठिन परीक्षा को पहले ही अटेम्प्ट में क्रैक कर दिया।
अहमद एक गरीब परिवार से आते हैं। उनके पिता घर का खर्च चलाने के लिए ऑटो चलाते है। अहमद ने अपनी विपरीत परिस्थितियों को कभी भी अपने कामयाबी के आगे नहीं आने दिया। वे सिविल सेवा परीक्षा को क्रैक करने वाले सबसे कम उम्र के उम्मीदवार बनें।
\अंसार ने 2015 में अपने पहले अटेंप्ट में ही ऑल इंडिया 361वीं रैंक हासिल की। महाराष्ट्र के एक छोटे से गांव जालना के रहने वाले शेख के पिता ऑटो चलाते हैं वहीं भाई एक गैराज में मैकेनिक का काम करता है।
घर के दैनीय हालात को देखते हुए अंसार पर भी काम करने का काफी दबाव था। लेकिन उन्होंने फिर भी अपने हालातों को नजरअंदाज करते हुए पढ़ाई जारी रखी। उन्होंने अपने क्लास में हमेशा अच्छा प्रदर्शन किया। अंसार ने पुणे के एक प्रतिष्ठित कॉलेज से पॉलीटिकल साइंस में B.A किया है।
अंसार UPSC की तैयारी के दौरान एक होटल में लगातार तीन सालों तक दिन के 12 घंटे काम किया करते थे।