झुग्गी झोपड़ी में रहने वाली ने देखा एयरहोस्टेस बनने का सपना, भूखी रही पर नहीं छोड़ी ट्रेनिंग

नई दिल्ली. हिंदुस्तान के अधिकतर राज्यों में बहुत से क्षेत्र आज भी पिछड़े हुए हैं। बात करें अगर उत्तर प्रदेश शहर की तो यहां बहुत से क्षेत्र काफी अविकसित हैं। उत्तर प्रदेश में एक गांव है सहारनपुर जहां एक गरीब घर की लड़की ने इतना बड़ा सपना देखा कि लोग सुनकर ही भौचक्के हो जाएं। जी हां झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाली एक लड़की ने आसमान में उड़ने वाले हवाईजहाज को देख एयरहोस्टेस बनने की सोच ली। उसने फिल्मों में देखा एयर होस्टेस को और बस ठान की कि मुझे एयरहोस्टेस बनना है। 

Asianet News Hindi | Published : Jan 20, 2020 11:59 AM IST / Updated: Jan 20 2020, 07:56 PM IST

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झुग्गी झोपड़ी में रहने वाली ने देखा एयरहोस्टेस बनने का सपना, भूखी रही पर नहीं छोड़ी ट्रेनिंग
इस लड़की का नाम है भावना खन्ना। भावना एक ऐसे तबके से आती हैं जहां लड़कियों की शादी बहुत कम उम्र में कर दी जाती हैं। शादी के बाद महिलाएं मात्र बच्चे पैदा करने की मशीन बन जाती हैं और घर में चूल्हा-चौका संभालती हैं।
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ऐसे में इस झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाली लड़की के लिए मुश्किलें कम नहीं थीं। पर उसने ठान ली ये बिना जाने बगैर कि एयर होस्टेस बनते कैसे हैं।
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भावना ने अपनी कहानी सोशल मीडिया पर शेयर की। भावना खन्ना अपने गांव वालों की तरह ही सामान्य जीवन जी रही थीं लेकिन उसकी एक बात अलग थी। वह उड़ने का सपना देख रही थी। जब भी वह अपने घर के ऊपर एक हवाई जहाज को देखती थी तो वह छत पर जाती और सोचती थी कि "मैं भी एक दिन उड़ान भरूंगी।" तब भावना मात्र 14 साल की थी।
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भावना को तो क्या उसके पूरे गांव में किसी को नहीं पता था कि एयरहोस्टेस होती कौन हैं? लेकिन उसने सोच लिया था कि मुझे बनना है तो बनना है चाहे जैसे भी। उसने ये बात अपने पिता से बताई जो एक रिक्शा ड्राइवर थे।
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वो रोजाना बहुत सी सवारियों को लाते-ले जाते थे। ऐसे में एक को उन्होंने एयरपोर्ट छोड़ा था तो उनसे पूछा कि ये एयरहोस्टेस कौन होती हैं? मेरी बेटी को भी बनना है।
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एयरहोस्टेस कौन होती हैं इसके साथ-साथ पिता को ये भी पता चला कि लड़कियों के साथ इस क्षेत्र में यौन शोषण और शारीरिक उत्पीड़न जैसे काम भी होते हैं। ये फील्ड लड़कियों के लिए अच्छा नहीं है। इतना सुनते ही पिता ने अपनी बेटी को एयरहोस्टेस बनाने से मना कर दिया।
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पर भावना को सिर्फ उड़ने की जिद थी। बेटी के जिद करने पर पिता मान गए और जैसे-तैसे एयरहोस्टेस के लिए अप्लाई करवा दिया। फिर एक और मुश्किल भावना के सामने आ गई। बोर्ड एग्जाम और उनका जॉब इंटरव्यू एक साथ पड़ गया।
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भावना बोर्ड एग्जाम देने गई और साथ में एयरहोस्टेस का इंटरव्यू देने के लिए अपने कजिन भाई-बहनों के कपड़े मांगकर ले गईं। वो एग्जाम देने के बाद दिल्ली की ट्रेन में बैठ गईं। दिल्ली में 1500 लोगों की भीड़ में भावना सेलेक्ट हुई।
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दिल्ली में सेलेक्शन के बाद भावना बहुत खुश थी लेकिन वहां 50, 000 रुपये की डिमांड की गई। ये पैसे लेकर मुंबई जाना था और जमा करने थे फीस के तौर पर। मां ने रिश्तेदारों से पैसों उधार लिए। और बेटी को लेकर मुंबई चली गईं। यहां भावना को रहना-खाना बहुत महंगा पड़ रहा था। उनकी फीस से पैसे खर्च हो गए और आधी फीस जमा करनी पड़ी।
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इसके बाद भावना पनवेल में अपने एक रिश्तेदार के पास रहने लगीं। वो लोग झुग्गी-झोपड़े में रहते थे। यहां भावना को कई दिन तक तो खाना ही नहीं मिल पाता था। फिर भी वो 3 किमी. का सफर करके ट्रेनिंग पर जाती थी।
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उसकी मेहनत रंग लाई और वो इंडियन एयरलाइन्स में एयरहोस्टेस बन गई। अपना सर्टिफिकेट देख भावना की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। आज वो अपने पिता का नाम रोशन करके अच्छे पद पर कार्यरत हैं।  (सभी तस्वीरें भावना खन्ना के फेसबुक पेज से)
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