शादी के 15 दिन बाद छोड़ गया पति; मात्र 1 हजार रु. की नौकरी कर खुद को संभाला और बन गई IAS अफसर
अहमदाबाद. समाज में माना जाता है कि महिलाओं की शादी के बाद जिंदगी पूरी हो जाती है। वे पति, ससुराल और घर परिवार को संभालें। ऐसे ही एक लड़की की शादी मां-बाप ने बड़ी खुशी से की। लड़का NRI था तो मां-बाप खुश थे कि बेटी खुश रहेगी, विदेश में जाएगी। पर जैसा सोचा वैसा होता कहां है? इस लड़की की शादी तो कर दी गई लेकिन शादी के 15 दिन बाद ही पति एक नवविवाहिता को छोड़ भाग गया। एक लड़की के लिए ये बहुत बड़ा झटका होता है लेकिन ये लड़की टूट नहीं गई बल्कि वो और मजबूत होकर खड़ी हुई। उसने यूपीएससी की तैयारी की और आईएएस अफसर बनकर अपने ऊपर 'छूटी हुई औरत' के लगे कलंक को धो दिया।
Asianet News Hindi | Published : Feb 13, 2020 5:21 AM IST / Updated: Feb 13 2020, 10:57 AM IST
ये कहानी है गुजरात में पैदा हुईं कोमल गनात्रा की। कोमल बचपन से ही पढ़ाई में बहुत होशियार थीं। वे गुजराती भाषा में पढ़ी और उन्होंने कई दफा अपने मां-बाप का नाम रोशन किया। कोमल ने ग्रेजेएशन के समय ही सिविल सर्विस की तैयारी करना शुरू कर दिया था।
कोमल के पिता ने उन्हें पढ़ाई के लिए आगे बढ़ने को कहा। हालांकि कोमल की मां ज्यादा पढ़ी-लिखी नहीं है। कोमल ने ओपन यूनिवर्सिटी से तीन भाषाओं में अलग-अलग यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया। इसके साथ ही वो पढ़ाई भी कर रही थीं और मात्र 1 हजार में टीचर की नौकरी भी कर रही थीं।
इस बीच कोमल की शादी एक एनआरआई से कर दी गई। लेकिन वो शख्स लालची था, उसने कोमल के परिवार से दहेज की मांग की और पत्नी को एग्जाम न देने और पढ़ाई न करने का दवाब भी बनाया।
हालांकि उनकी शादी जिस एनआरआई से की गई वो उसे पति के रूप में प्यार भी करने लगीं। इतना प्यार की सरकार से उसके लिए लड़ गईं लेकिन वो शख्स उन्हें छोड़कर जा चुका था। उनका NRI पति ने उन्हें आईएएस का इंटरव्यू और एग्जाम देने को मना किया। इसके बाद वो उन्हें छोड़ न्यूजीलैंड चला गया।
कोमल के सिर पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। कोमल ने पति को वापस लाने के लिए न्यूजीलैंड की सरकार को कई लेटर लिखे, वो केस लड़तीं रहीं। पति को वापस लाना है ये सोच वो कोर्ट कचहरी के चक्कर लगाती रहीं लेकिन वो शख्स वापस नहीं आना चाहता था उसने पत्नी को एक फोन तक नहीं किया।
कोमल गणात्रा तब 26 साल की थीं उन पर 'छूटी हुई औरत' का कलंक लग चुका था। ससुराल और रिश्तेदार उनपर हंसने लगे। लोग ताने मारने लगे कि पति छोड़कर भाग गया। इस दुख और उदासी के बीच कोमल ने अपनी पढ़ाई जारी रखी और यूपीएससी का एग्जाम क्लियर कर दिया। और उनकी जिंदगी में खुशी का दिन भी आया।
साल 2012 में कोमल ने यूपीएससी की परीक्षा पास कर परिवार का नाम रोशन कर दिया। उन्होंने लगभग 3 बार UPSC CSE देने के बाद आखिर में IAS की परीक्षा पास की। इस समय वह IRS अधिकारी के रूप सेवा कर रही है।
तमाम कठिनाइयों का सामना करने वाली कोमल का मानना था कि शादी किसी इंसान को परिपूर्ण नहीं बनाती है। और एक स्त्री की पहचान सिर्फ उसका पति नहीं होता, बल्कि वह खुद अपनी पहचान बनाती है।
कोमल ने शादी कर ली और आज उनकी एक हैप्पी मैरिड लाइफ है। वो एक बच्ची की मां भी हैं। कोमल की कहानी से सिविल सर्विस एग्जाम की तैयारी कर रही छात्राओं को सीख लेनी चाहिए। अपने पैरों पर खड़ा होना कितना जरूरी है, महिलाओं को कमतर आंकने वाले समाज के लिए कोमल एक आईना हैं।