कोचिंग से ज्यादा सेल्फ स्टडी को महत्व –
अतुल साक्षात्कार में आगे बताते हैं कि पहले उन्होंने कोचिंग ज्वॉइन की लेकिन दो महीने में ही वे यह समझ गए कि इस परीक्षा के लिए कोचिंग से ज्यादा सेल्फ स्टडी जरूरी है। यह सोचकर उन्होंने कोचिंग छोड़ दी।
हालांकि इस समय अतुल यह कहना बिलकुल नहीं भूलते कि कंसिसटेंसी इस परीक्षा को पास करने के लिए बहुत जरूरी है। कुछ दिन दस से बारह घंटे पढ़ लिया फिर कुछ दिन पढ़ा ही नहीं, ये वाला एटिट्यूड इस परीक्षा में हेल्प नहीं करता। जितना जरूरी है उतना रोज पढ़ें।