डेढ़ महीने के बेटे को गोद में लेकर ड्यूटी पर डटी ये महिला IAS, लॉकडाउन को देख कैंसिल कर दी मैटरनिटी लीव

Published : May 02, 2020, 10:21 AM ISTUpdated : May 02, 2020, 10:33 AM IST

करियर डेस्क.  देश में इन दिनों कोरोना संकट चल रहा है । कोरोना की संक्रमण चैन तोड़ने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन किया गया है । ऐसे में लोगों की सेवा में दिन रात लगे हुए तमाम IAS, IPS, डॉक्टर व अन्य विभागों के लोग एक मिसाल बन आकर सामने आए हैं । ये कोरोना वारियर्स दिन रात काम कर रहे हैं ताकि इस महामारी से जंग जीती जा सके ।इन्ही सब के बीच इन दिनों आंध्र प्रदेश की एक महिला IAS ने ऐसा अपने फर्ज के निर्वहन की ऐसी मिसाल कायम की है जिसकी हर तरफ तारीफ़ हो रही है । जी हां हम बात कर रहे हैं विशाखापत्तनम नगर निगम की आयुक्त जी. श्रीजना की । आइये जानते हैं कि इस लेडी IAS ने ऐसा क्या किया जिससे लोग इनकी तारीफ कर रहे हैं।  

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डेढ़ महीने के बेटे को गोद में लेकर ड्यूटी पर डटी ये महिला IAS, लॉकडाउन को देख कैंसिल कर दी मैटरनिटी लीव

जी. श्रीजना अंदर प्रदेश कैडर में 2013 बैच की IAS अफसर हैं। वह इन दिनों विशाखापत्तनम नगर निगम की आयुक्त हैं। श्रीजना अपनी तेज तर्रार कार्यशैली के लिए पहले से ही काफी मशहूर हैं । इनकी कार्यशैली जितनी तेजतर्रार है उतनी ही ये लोगों की मदद को तत्पर रहती हैं ।
 

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IAS जी. श्रीजना प्रेग्नेंट थीं । उन्होंने दो महीने पहले मैटरनिटी लीव लिया था। डेढ़ महीने पूर्व उन्होंने एक बेटे को जन्म दिया । हांलाकि श्रीजना ने पहले से ही मैटरनिटी लीव ले लिया था इसीलिए वह अपने नवजात बेटे के साथ घर पर थीं।

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लेकिन इसी बीच जब देश में कोरोना संकट गहराया और लॉकडाउन घोषित कर दिया गया तब इस लेडी आईएएस से भी घर पर बैठना गंवारा न हुआ । इस IAS ने अपनी मैटरनिटी लीव कैंसिल की और वापस काम पर लौट आई।
 

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जब IAS जी. श्रीजना ड्यूटी पर वापस आई तो उनके गोद में उनकी महज 22 दिन का बेटा भी था । जिसने भी इस IAS के जज्बे को देखा वह उनकी तारीफ़ किए बगैर नही रह सका ।पूरे राज्य में इस लेडी IAS के कर्तव्यपरायणता की चर्चा होने लगी । 

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अपने नवजात शिशु के साथ ड्यूटी पर वापस लौटी IAS श्रीजना कहती हैं कि ऐसे हालात में घर पर बैठना उनके फर्ज को गंवारा नहीं हुआ। उनके क्षेत्र को उनकी जरुरत है और देश बच्चे से पहले है। उन्होंने कहा देश के बहुत से मासूम बच्चों को इस संकट में उनकी जरूरत है ।

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IAS श्रीजना के बच्चे की देखरेख के लिए उनके पति और उनकी सास उनकी सहायता कर रही हैं। बच्चे को दूध पिलाने के लिए वो हर चार घंटे बाद एक बार ब्रेक ले लेती हैं। IAS श्रीजना इसे देश के प्रति अपना कर्तव्य मानती हैं और अपने स्टाफ और अपने कैडर के सामने एक मिसाल बनकर सामने आई हैं।
 

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