दोनों भाई अपनी सफलता का क्रेडिट मां-बाप को देते हैं और कहते हैं कि आज हमारी फैमिली की आर्थिक स्थिति सही है। हम केवल यही कहेंगे कि लाइफ में आने वाली कमियों, परेशानियों और निगेटिव चीजों को कभी अपने आड़े न आने दें। हमारी सफलता के लिए बड़े सपने देखते हैं। उन्हें पूरा करने के लिए मेहनत जरूरी है। अगर मेहनत करें तो सफलता अपने आप मिल जाती है।
मदर्स डे पर हम यही कहना चाहेंगे कि मां हर मुसीबत से लड़ने को सामने आ जाती है। बात संतान की हो तो वो दोगुनी कीमत चुकाने तक को तैयार रहती हैं। हमारे देश में मां के चरणों में स्वर्ग कहा गया है उसे दया, ममता और त्याग की मूरत बताया गया। सच में ऐसी माओं के जज्बे को हम सैल्यूट करते हैं!