करियर डेस्क. Postmaster son become PCS : कहते हैं अगर हौसले हैं तो मेहनत के दम पर कोई भी मंजिल पाई जा सकती है। गरीबी हो या कितनी मजबूरियां रास्ता निकालो तो निकल ही जाता है। ऐसे ही हम आपको एक गरीब बच्चे की कहानी बता रहे हैं जिसने दूसरों से किताबे उधार लेकर पढ़ाई की। हम बात कर रहे हैं साल 2015 UPPCS के एग्जाम में सेकेण्ड टॉपर रहे मंगलेश दूबे की। मंगलेश यूपी के प्रतापगढ़ के एक छोटे से गांव नारायणपुर कला के रहने वाले हैं। उनके पिता नरेंद्र कुमार दूबे पोस्टमास्टर थे जो अब रिटायर्ड हो चुके हैं। मंगलेश की कहानी काफी प्रेरणादायक है क्योंकि उन्होंने गरीबी के बावजूद डिप्टी कलेक्टर के पद को हासिल किया-