गुंजन सक्सेना अवॉर्ड (Gunjan Saxena Awards)
फ्लाइट लेफ्टिनेंट गुंजन सक्सेना 'शौर्य चक्र पुरस्कार' पाने वाली पहली महिला थीं। उन्हें कारगिल युद्ध क्षेत्र में उनके साहस और दृढ़ संकल्प के लिए सम्मानित किया गया। साल 2004 में, चॉपर पायलट के रूप में 7 वर्षों तक सेवा देने के बाद, गुंजन सक्सेना की भारतीय सेना के साथ जर्नी खत्म हो गई है। उनके शौर्य, जांबाज इरादों और देश सेवा में योगदान के लिए फिल्म के जरिए उनकी कहानी दुनिया के सामने रखी जा रही है।