पिछले 2 सालों से कई पेरेंट्स को यह चिंता है कि उनके बच्चे का सोशल डेवलपमेंट नहीं हो रहा है। ऑनलाइन क्लासेज अटेंड करके बच्चे का दिमाग उतना डेवलप नहीं हो पा रहा जितना कि स्कूल जाने से होता है, क्योंकि सकूल में वह ना सिर्फ पढ़ाई करता है बल्कि दोस्ती, शेयरिंग, एक दूसरे की फिक्र और डिसिप्लिन भी सीखता है। ऐसे में अब जब स्कूल शुरू हो गए हैं तो पेरेंट्स अपने बच्चों को स्कूल तो भेजना चाहते हैं लेकिन उन्हें चिंता सता रही है।