ओडिशा . देश में आज भी गांवों में झोलाछाप डॉक्टरों के सहारे लोग जी रहे हैं। इन डॉक्टरों की लापरवाही और के कारण न जाने कितने लोग अपनी जान गंवा बैठते हैं। कई बार तो ऐसे मामले भी सामने आए हैं जब नीम हकीम कहे जाने वाले ये डॉक्टरों की वजह से बच्चों की पूरी जिंदगी अंधेरे में चली गई हो। ऐसा ही कुछ ओडिशा की एक लड़की के साथ भी हुआ था। उनकी आंखों की रोशनी छीनने वाला एक डॉक्टर ही था। आज भले वो लड़की एक सिविल अफसर हैं लेकिन उनकी जिंदगी काफी कष्टों में बीती है।
दृष्टिहीन होने के बावजूद भी इस लड़की ने योद्धा की तरह हालातों का सामना किया। अफसर बनने का सपना देखा और उसे पूरा किया। आज हम आपको आईएएस तपस्विनी दास (IAS Success Story) के संघर्ष की कहानी सुना रहे हैं।