जवाब. IAS सौरभ कुमार ने कहा, भारतीय प्रशासनिक व्यवस्था में आईएस अफसर के पास और कोई दूसरा विकल्प नहीं है। सिविल सेवाओं में आने से पहले यह पता होना चाहिए कि हमें राजनेताओं के साथ काम करना होगा। यह जिम्मेदारी है किसी भी आईएएस ऑफिसर की अगर किसी नेता को किसी विषय के बारे में पूर जानकारी नहीं है तो वह उसे पूरी जानकारी दे। उसे बताए कि क्या सही है और क्या गलत। जो आईएएस अफसर होता है वो रूल्स एंड लॉ के तहत काम करता है किसी राजनेता के निजी नियमों के तहत नहीं। हम जब भी काम करेंगे तो रूल्स व लॉ के हिसाब से काम करेंगे।