करियर डेस्क. संघ लोक सेवा आयोग (UPSC 2020) के नतीजे 24 सितंबर, 2021 को जारी किए गए। फाइनल रिजल्ट में कुल 761 कैंडिडेट्स को चुना गया। Asianetnews Hindi ने 2020 में सिलेक्ट हुए 100 कैंडिडेट्स की सक्सेज जर्नी पर एक सीरीज चला रहा है। इस कड़ी में 191 रैंक हासिल करने वाली ईशा सिंह (Isha Singh) से बातचीत की। बेंगलुरू के नेशनल लॉ स्कूल से ग्रेजुएट ईशा को लॉ फर्म में 20 लाख रु. के पैकेज का ऑफर था, लेकिन इन्होंने देश में ही रहकर समाज सेवा का निर्णय लिया। इनके पिता वाईपी सिंह जौनपुर के रामनगर विकास खंड क्षेत्र के जवंसीपुर गांव के निवासी हैं। वह मुंबई में पुलिस अधिकारी रहे हैं। बचपन से देखा किस तरह उनके पिता जनता से जुड़े मामलों में रूचि लेते थे और आमजन को न्याय दिलाने का काम करते थे। तभी उन्होंने भारतीय पुलिस सेवा (IPS) में जाने का मन बनाया।कानून की पढ़ाई के बाद उन्होंने अपनी मां के साथ वकालत शुरू की। ये सफाई कर्मियों की विधवाओं के अधिकार की लड़ाई को लेकर काफी चर्चा में रही। ईशा की प्रारम्भिक शिक्षा लखनऊ के मार्टिनियर गर्ल्स कॉलेज व मुंबई के जेबी पेटिड एंड कैथेड्रल स्कूल में हुई। आइए जानते हैं कैसी रही उनकी सक्सेज जर्नी...