फेसबुक चलाती रहती थी लड़की, मां ने लगाई डांट तो कड़ी मेहनत से बनकर दिखा दिया IAS अफसर
नई दिल्ली. आज के समय में बच्चों को सोशल मीडिया पर हुत क्रेज हैं। व्हाट्एप, फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर, यूट्यूब पर बच्चे हमेशा खुद को बिजी रखने लगे हैं। अब तो टिक-टॉक सोशल मीडिया में सबसे आगे निकल गया है। ऐसे ही बच्चों को कई बार मां-बाप सोशल मीडिया से थोड़ी दूरी बनाने को कहते हैं। पढ़ाई, खेल-कूद के लिए मां-बाप चाहते हैं कि बच्चे सोशल मीडिया छोड़ दें। ऐसे ही एक लड़की हमेशा फेसबुक चलाती रहती थी। उसे मां मे डांटा तो उसने सोशल मीडिया छोड़ने के साथ अचानक अफसर बनने की ठान ली। महिला दिवस 2020 पर हम आपको हजारों युवाओं की रॉल मॉडल के बारे में बता रहे हैं। आइए जानते हैं पहली बार में यूपीएससी क्लियर करने वाली उत्तर प्रदेश की अर्तिका शुक्ला के संघर्ष की कहानी....
Asianet News Hindi | Published : Mar 3, 2020 4:23 AM IST / Updated: Mar 03 2020, 09:59 AM IST
डॉ. अर्तिका शुक्ला काशी की रहने वाली हैं। अर्तिका एमबीबीएस करने के बाद एमडी की पढ़ाई कर रही थीं जब उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा दी। डॉ. अर्तिका शुक्ला मानती हैं कि इस परीक्षा को निकालने के लिए किसी भी उम्र या समय देखने की जरूरत नहीं, जब मन करें तभी से इसकी तैयारी में जुट जाना चाहिए।
अर्तिका पहले डॉक्टर बनना चाहती थीं इसलिए उन्होंने MBBS की पढ़ाई की। फिर उन्होंने MD की पढ़ाई की। वह पढ़ाई के दौरान ज्यादातर सोशल मीडिया पर बिजी रहती थीं। फेसबुक चलाती रहती थीं। एक दिन उनकी मां ने भी उन्हें डांट लगा दी। इसके बाद अर्तिका ने अफसर बनने की ठान ली।
अपने इसी सपने को पूरा करने के लिए अर्तिका ने सबसे पहले सोशल मीडिया से दूरी बनाई। उन्होंने फेसबुक पूरी तरह बंद कर दिया। वो यूपीएससी की तैयारी में जुट गईं, साल 2014 में सिविल सर्विस की तैयारी शुरू की थी और महज एक साल में उन्होंने बिना कोचिंग के आईएएस की परीक्षा पास कर ली। इसके बाद वो देश के युवाओं की रोल मॉडल बन गईं।
यूपीएससी पास करने के बाद अर्तिका ने लोगों को काफी टिप्स दिए। वो मानती हैं कि अगर आपने स्कूल के दिनों में अच्छे से पढ़ाई की है तो आधी तैयारी यहीं से पूरी हो जाती है। इस परीक्षा में 10वीं लेवल के मैथ्स, अंग्रेजी और थोड़ी सी समझदारी आपको परीक्षा के पहले पड़ाव को आसानी से पार करा सकती है।
अर्तिका का कहना है कि इस परीक्षा को पास करने के लिए उन्होने कड़ी मेहनत के साथ समय के सही प्रबंधन पर अधिक ध्यान दिया। तीन चरणों में होने वाली आईएएस की परीक्षा के लिए अर्तिका ने योजनाबद्ध तरीके से पढ़ाई शुरू की थी। प्रारम्भिक और मेंस की परीक्षा के लिए अलग अलग ढंग से तैयारी की। रात में वह लिखने का अभ्यास करती थी। सभी विषयों को समय से पूरा करने के लिए टाईम टेबल बनाकर अध्ययन शुरू किया था।
अर्तिका मानती हैं कि अगर लक्ष्य आईएएस बनने का है तो इसके लिए 10 वीं से ही गंभीर होकर पढ़ाई शुरू कर देनी चाहिए, क्योंकि ऐसा करने से आपको आगे चलकर काफी मदद मिलती है। इस परीक्षा में 10वीं लेवल के मैथ्स, अंग्रेजी और थोड़ी सी समझदारी आपको परीक्षा के पहले पड़ाव को आसानी से पार करा सकती है।
अर्तिका ने बताया कि साल 2014 में सिविल सर्विस की परीक्षा में उन्होंने ऑल इंडिया में चौथी रैंकिंग हासिल की थी। वहीं इस परीक्षा की तैयारी कर रहे लोगों को अर्तिका ने सलह दी कि प्रीलिम्स और मेन्स दोनों को दिमाग में रखकर तैयारी करनी चाहिए। रात में लिखने की प्रैक्टिस के साथ कुछ घंटे मेन्स के लिए साथ में देते रहें।
डॉ. अर्तिका बताती हैं कि इंटरव्यू में खुद को कॉन्फिडेंट रखें। अगर आपको कोई भी चीज नहीं आती है तो आराम से उन्हें बताए कि मुझे इसके बारे में नहीं पता। अर्तिका के मुताबिक ये परीक्षा आपके फोकस, निश्चय, धैर्य जैसी चीजों पर आधारित होता है, जो आपको इस परीक्षा मे सफल होने में मदद करेगी। यूपीएससी की तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स के लिए अर्तिका के टिप्स काफी जरूरी हैं।