राहुल वैद्य से बात करते हुए में सोनाली ने बताया कि वो एक अंधविश्वासी परिवार से आती हैं, जहां महिलाओं का बाहर निकलकर काम करना बेहद मुश्किल है। सोनाली ने कहा- मैं उनके गुजरने के बाद कई साल तक रोई हूं और इसका असर मेरी आंखों पर पड़ा था। फिर मेरी सास ने मुझे राजनीति में आगे बढ़ने की सलाह दी। दरअसल, मेरे पति भी चाहते थे कि मैं राजनीति में आऊं।