जिया ने लेटर में लिखा था- तुमने मुझे दर्द के सिवा कुछ भी नहीं दिया। मैंने तो सिर्फ और सिर्फ तुमसे ही प्यार किया था, लेकिन बदले में तुमने मुझे क्या दिया, बस तन्हाई। कभी ऐसे भी दिन थे जब मैं अपना सबकुछ तुम्हारे साथ देखती थी। मुझे उम्मीद थी कि हम साथ होंगे, लेकिन तुमने सारे सपने चूर-चूर कर दिए। मैंने तुम्हारे लिए सबकुछ किया। सूरज का मुझपर ऐसा असर था कि मैंने खुद को भुला दिया था, लेकिन वो मुझे तड़पाता रहा और तकलीफ देता रहा।