मुंबई. शानदार अदायगी और किरदारों से दर्शकों का दिल जीतने वाले एक्टर ओम पुरी (Om Puri) की आज 5वीं डेथ एनिवर्सरी है। उनका निधन 6 जनवरी, 2017 को मुंबई में हुआ था। अपनी एक्टिंग के लिए दो बार नेशनल फिल्म अवॉर्ड, पद्मश्री अवॉर्ड और लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड हासिल करने वाले ओम पुरी का बचपन बेहद तंगहाली और गरीबी में बीता। उन्हें अपने और परिवार का पेट पालने के लिए महज 6 साल की उम्र से ही संघर्ष करना पड़ा। वे रेल की पटरियों से कोयला बीनकर घर लाया करते थे। सात साल की उम्र में वे ढाबे पर गिलास धोने का काम किया करते थे। वे सरकारी स्कूल से पढ़ाई कर कॉलेज पहुंचे। उस समय भी वो छोटी-मोटी नौकरियां कर गुजारा करते थे। कॉलेज में ही यूथ फेस्टिवल में नाटक में हिस्सा लेने के दौरान उनकी जान-पहचान पंजाबी थिएटर के पिता हरपाल तिवाना से हुई। यहीं से उन्हें वो रास्ता मिला जिसने आगे चलकर उन्हें मंजिल तक पहुंचाने में मदद की। नीचे पढ़ें आखिर क्यों विवादों से भरी रही ओम पुरी की जिंदगी...