वॉकर का आगे कहना है कि 'उन्होंने अपने परिचित डॉक्टर प्रवीण दादाचंदजी को कॉन्टेक्ट किया।' वॉकर ने बताया कि 'बायपोलर डिसऑर्डर एक तरह का रासायनिक असंतुलन है, इसमें बेहिसाब पैसा खर्च करना, 4-4 5-5 दिन तक नींद का नहीं आना, सब कुछ खोने और सब कुछ जल्दी जल्दी करने की चाहत होना जैसी चीजें होती हैं। वॉकर ने बताया कि ऊपर जिन सेशन्स का जिक्र किया गया है, उनमें सुशांत में जल्दी-जल्दी सोचने, जल्दी-जल्दी बातें करने और बैचेनी जैसे लक्षण नजर आए थे। सुशांत ने बताया था कि उसे एक मिनट का समय भी कई दिनों की तरह लगता था इसलिए उसे और ज्यादा डर और घबराहट होने लगती थी।'