मुंगेली, छत्तीसगढ़. यह हैं डिप्टी कलेक्टर अनुराधा अग्रवाल। कहते हैं कि अगर हौसला हो और कुछ कर गुजरने का माद्दा तो शारीरिक विकलांगता आड़े नहीं आ पाती। अनुराधा इसी का उदाहरण हैं। अपने कार्यशैली के कारण लोगों में लोकप्रिय अनुराधा कोरोना काल में भी लोगों की मदद के लिए हमेशा आगे बनी हुई हैं। अब उन्होंने सारी नौकरी अपनी एक दिन की सैलरी कटवाने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि गरीब लोग परेशान हैं, अगर हम थोड़ भी उनके काम आ सके, तो खुशी होगी। उन्होंने कहा कि अपने रिटायरमेंट तक वे एक दिन की सैलरी दान करने जा रही हैं। इस संबंध में अनुराधा ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सचिवालय को पत्र लिखा है।