दरअसल, यह दुखद घटना अंबिकापुर जिले की है। जहां बीमारी के चलते एक 15 साल के बेटे की मौत हो गई। पति लॉकडाउन के चलते अपने गृह राज्य उत्तर प्रदेश फंसा हुआ है। जब डॉक्टरों ने शव घर ले जाने का कहा तो मां ने उसे लेने से इनकार कर दिया, क्योंकि उसके पास इतने भी पैसे नहीं थे कि वह अपने बेटे का अंतिम संस्कार कर सके। नम आंखों से कहा-साहब आपको जो करना है करो, मैं इसका कुछ नहीं कर पाऊंगी। फिर कुछ नेक दिल इंसानों ने उसकी आर्थिक मदद की तो उसने अपने बेटे का अंतिम संस्कार किया।