जांजगीर-चांपा : 105 घंटे, 60 फीट और 10 साल का राहुल (Rahul Rescue Operation) आखिरकार लोगों की दुआओं के बाद चट्टानों को चीर बाहर निकाल लिया गया। मंगलवार देर रात उसके बाहर आते ही वहां मौजूद रेस्क्यू टीम, प्रशासनिक अधिकारी, फैमिली सभी के चेहरे पर राहत दिखाई दी। राहुल को बिलासपुर (Bilaspur) के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहां उसकी हालत स्थिर है। 105 घंटे तक अंधेरे बोरवेल में राहुल ने जिंदगी की जंग लड़ी। रेस्क्यू के दौरान तो एक दफा राहुल के पास सांप और मेढ़क देख सभी के होश भी उड़ गए लेकिन राहुल को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचा और वह सही सलामत है। डॉक्टरों का कहना है कि राहुल काफी हिम्मती है। उसके मस्तमौला स्वभाव ने उसे जीत दी है। तस्वीरों में देखिए मौत को मात देने वाले राहुल के रेस्क्यू की कहानी..