नई दिल्ली. टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली तीनों फॉर्मेट में भारतीय टीम का नेतृत्व करते हैं और लगातार क्रिकेट के मैदान पर देश को जीत दिलाने के लिए दिलो जान से लगे रहते हैं। कोहली को अक्सर लगातार मैच खेलने पड़ते हैं और इससे उन्हें थकावट भी होती है। साल की शुरुआत में वो खुलकर इस मामले पर अपनी बात भी रख चुके हैं। हालांकि कोहली शुरुआत से ही भारतीय कप्तान बनने के दावेदार नहीं थे। भले ही उन्होंने भारत की अंडर-19 टीम को विश्वविजेता बनाया हो, पर सीनियर टीम में कप्तान के अंदर धैर्य का होना बहुत जरूरी होता है। विराट में इसी चीज की कमी थी। अनएकेडमी के लिए किए गए लाइव सेशन में उन्होंने बताया कि अनुष्का से मिलने के बाद ही उन्होंने अपने गुस्से में काबू रखना सीखा और वो पहले से बेहतर इंसान बनते गए। विराट साल 2013 में एक शैम्पू के एड की शूटिंग के दौरान अनुष्का से मिले थे।