दिल्ली में PM मोदी के 'दूत' हैं ये 7 चेहरे, विधानसभा चुनाव में इनके कंधों पर सबसे बड़ा दारोमदार
नई दिल्ली: दिल्ली चुनाव में सभी राजनीतिक पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। जहां पर आम आदमी पार्टी की तरफ से पूरी कवायद CM अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया संभाल रहे है वहीं कांग्रेस की तरफ से उनके प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा ने कमान संभाल रखी है। ऐसे में बीजेपी ने भी दिल्ली की सत्ता से अपना वनवास खत्म करने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। दो दशक से सत्ता से बाहर बीजेपी इस बार किसी भी तरह से सत्ता में वापसी चाहती है। इसके लिए बीजेपी ने दिल्ली में अपने सारे सांसदों को सक्रीय कर दिया है। तो आइए जानते है इन सभी सांसदों का चुनावी गणित-
Asianet News Hindi | Published : Jan 20, 2020 9:53 AM IST / Updated: Jan 20 2020, 03:46 PM IST
मनोज तिवारी: नॉर्थ ईस्ट दिल्ली से सांसद और दिल्ली के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी का दिल्ली में रह रहे यूपी, बिहार के वोटों पर खासा प्रभाव है। इसके अलावा दिल्ली के मतदाता सूची में ऊंची जाति के हिंदू मतदाता लगभग 40 प्रतिशत के साथ सबसे बड़ा वोट बैंक है। इन वोटरों में ब्राह्मणों की आबादी लगभग 12 प्रतिशत है। इसलिए दिल्ली में सत्ता पाने के लिए भाजपा ने मनोज तिवारी जो खुद एक ब्राह्मण है उन्हें दिल्ली के चुनावी मैदान में सबसे आगे रखा है।
हंसराज हंस: उत्तर पश्चिम दिल्ली से सांसद और दलित समुदाय से आने हंसराज एक सेलिब्रिटी सिंगर हैं। हंसराज हंस को भाजपा में इसलिए शामिल कराया गया था क्योंकि दिल्ली में काफी संख्या में पंजाबी रहते हैं और हंस राज हंस पॉप्युलर पंजाबी सिंगर हैं। ऐसे में पार्टी उनके जरिए इन वोटों को साधना चाहती है।
डॉ हर्षवर्धन: चांदनी चौक से सांसद और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री रहे हर्षवर्धन दिल्ली में भाजपा के एक सीनियर नेता है। दिल्ली के अलावा हर्षवर्धन मोदी सरकार कैबिनेट में भी कई अहम मंत्रालय संभल चुके हैं। इसके अलावा दिल्ली के होने की वजह से हर्षवर्धन को दिल्ली का एक लोकप्रिय चेहरा माना जाता है।
गौतम गंभीर: पूर्वी दिल्ली से सांसद और पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर दिल्ली के पढ़े लिखे और संपन्न घराने से आते है, वो PM मोदी के बेहद करीबी भी माने जाते हैं। उनका दिल्ली के पढ़े लिखे और युवाओं पर खासा प्रभाव है। इसलिए भाजपा ने उन्हें लोकसभा चुनाव में 'आप' की आतिशी मर्लेना के खिलाफ उतारा था और उन्होंने भारी मतों से पार्टी को जीत दिलाई थी।
मीनाक्षी लेखी: नई दिल्ली से सांसद और दिल्ली भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता मिनाक्षी लेखी का दिल्ली में काफी प्रभाव है। पेशे से सुप्रीम कोर्ट में वकील मिनाक्षी लेखी को बीजेपी का एक बहुत तेज तर्रार नेता माना जाता है। लेखी को अक्सर महिलाओं से जुड़े मुद्दे पर बढ़-चढ़ के हिस्सा लेते हुए देखा गया है इसलिए उनका दिल्ली के महिला वोटरों पर खासा प्रभाव है।
परवेश वर्मा: पश्चिम दिल्ली से सांसद और दिल्ली के पूर्व CM साहिब वर्मा के बेटे परवेश वर्मा का जाट वोटरों पर खास प्रभाव माना जाता है। बता दें कि दिल्ली में जाट वोटों की अच्छी खासी पकड़ है जिसके लिए सभी राजनीतिक दल जोर अजमाइश करते है ऐसे में बीजेपी परवेश वर्मा के जरिए इन वोटों को साधने की कोशिश करेगी।
रमेश बिधूड़ी: दक्षिणी दिल्ली से सांसद रमेश बिधूड़ी अपने छात्र जीवन से ही भाजपा में सक्रिय रहें है दिल्ली में पैदा हुए और शहीद भगत सिंह कॉलेज से पढ़े रमेश बिधूड़ी ने कॉलेज में ABVP से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी. गुर्जर होने की वजह से रमेश बिधूड़ी का दिल्ली में रह रहे गुर्जर वोट पर काफी प्रभाव है।