जांबाजी, वीरता, अदम्य साहस, के प्रतीक ब्रिगेडियर लखविंदर सिंह लिद्दड़ अगले महीने ही मेजर जनरल पद पर नियुक्त होने वाले थे। जाबांजी और उनकी शानदार शख्सियत की वजह के चलते सेना में उनको कुछ ही दिन बाद प्रमोशन मिलने वाला था। लेकिन किस्मत और ऊपर वाले को शायद कुछ और ही मंजूर था। तभी तो देश ने एक जांबाज सैनिक एवं भविष्य का एक उत्तम सैन्य नेतृत्व खो दिया है।