अब शादियों में भी किसान आंदोलन! दूल्हा-दुल्हन कहने लगे I लव खेती, कार्ड पर छपने लगे हल-ट्रैक्टर

Published : Feb 04, 2021, 02:46 PM IST

कैथल (हरियाणा). कृषि कानूनों के खिलाफ देशभर के किसान पिछले 71 दिन से आंदोलन कर रहे हैं। उनकी एक ही आवाज है कि तब तक मोदी सरकार इन कानूनों को वापस नहीं लेती वह डटे रहेंगे। पंजाब-हरियाणा में तो किसानों के लिए यह आंदोलन आन-बान और शान बग गया है। तभी तो उनके परिवार से हर  सदस्य इसमें भाग ले रहा है। इतना ही नहीं वह अब तो अपने बेटा-बेटी की शादियों को कार्ड पर ट्रैक्टर और हल छपवाने लगे हैं। वहीं  कुछ लोग अपनी लग्जरी कारों में आई लव खेती जैसे स्लोगन लिखवा रहे हैं। वह सब ऐसा इसलिए कर रहे हैं ताकि किसानों का हौसला कम नहीं हो पाए।  

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अब शादियों में भी किसान आंदोलन! दूल्हा-दुल्हन कहने लगे I लव खेती, कार्ड पर छपने लगे हल-ट्रैक्टर


दरअसल, सोशल मीडिया पर इन दिनों एक शादी का कार्ड वायरल हो रहा है। जिस पर दूल्हा-दुल्हन के नाम के साथ ट्रैक्टर और हल प्रिंट करवाया गया है। बता दें कि यह शादी इसी महीने 14 फरवरी को कैथल में होने जा रही है। वहीं प्रिंटिंग करने वाले मालिक दिनेश शर्मा का कहना है कि यह कोई पहला मामला नहीं है। जितनी भी शादी यहां हो रही हैं, उनमें हर दूसरी शादी के कार्ड पर किसानों के समर्थन के लिए ट्रैक्टर और हल प्रिंट के स्लोगन छपवाया जा रहा है।

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बता दें कि कैथल के रहने वाले प्रवीन ढुल ने बताया कि मेरी 14 फरवरी को शादी है। मैंने पढ़ाई में पोस्ट ग्रेजुएशन किया हुआ है। लेकिन हमारे परिवार की असली कमाई खेती है। हम इसके लिए किसी भी हद तक  जा सकते हैं। मेरे परिवार की तीन पीढ़ियां खेती से जुड़ी हुई हैं। पिता पिछले दो महीन से दिल्ली में धरना दे रहे हैं। मैं उनके वहां रहने पर अपनी खेती संभाल रहा हूं। पिता के साथ साथ अन्य किसानों के  समर्थन मैंने शादी के कार्ड पर यह प्रिंट करवाया है।

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 प्रवीण की शादी के कार्ड पर छपा ट्रैक्टर है।  साथ ही उस पर  NO FARMERS, NO FOOD का स्लोगन भी लिखा हुआ है। प्रवीण का कहना है कि जब लोग कार्ड पर यह पढ़ेंगे तो उनका समर्थन भी किसानों के हक में होगा। उनको लगेगा कि यह कानून वापस होना कितना जरुरी हो गया है।

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शादी के कार्ड की यह अनोखी तस्वीर कैथल जिले के धुंधरेहड़ी की है। जहां 14 फरवरी को किसान संजीव गोयत के भाई की शादी है। उनका कहना है कि वह दिल्ली नहीं जा पाए, इसलिए किसानों के साथ देने के लिए मैंने शादी के कार्ड पर नो फार्मर-नो फूड का लोगो छपवाया है। ताकि यहां रहकर उनकी दिल की आवाज हजारों लोगों तक पहुंचा सकूं।
 

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शादी का यह कार्ड फतेहाबाद के गाजूवाला गांव से सामने आया है। यहां के किसान रमेश बोलन की बेटी की शादी 14 फरवरी को है। उन्होंने किसानों के समर्थन में कार्ड पर बैलों से खेत जोत रहे किसान और हल की तस्वीर प्रिंट करवाई है। उनका कहना है कि नई पीढ़ी को यह संदेश देना चाहते हैं कि किसानों से बढ़कर कुछ नहीं है।

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