आपको बहुत बीमार कर सकते है Sugar-free फूड, डायबिटीज समेत 90 बीमारियों से ज्यादा का है खतरा

फूड डेस्क : चीनी (Sugar) हर भारतीय के खाने का प्रमुख हिस्सा होता है। इसका सेवन दिन की शुरुआत से ही चाय, कॉफी या किसी अन्य रूप में शुरू होता है और दिन के अंत तक जारी रहता है। हालांकि, आजकल स्वास्थ्य के प्रति जागरूक लोग एक स्वस्थ जीवन शैली के लिए चीनी की जगह Sugar-free फूड का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं, जिस शुगर फ्री खाने को आप हेल्दी समझकर खा रहे है, वो आपकी सेहत के लिए बहुत नुकसानदायक है। आर्टिफिशयल शुगर वाले प्रोडक्ट्स आपको मोटापा, डायबिटीज, हार्ट और कैंसर जैसी बीमारियों का शिकार बना सकते हैं। आइए आपको बताते हैं, इसे खाने के नुकसान (Sugar-free side effects) के बारे में...

Asianet News Hindi | Published : Mar 12, 2022 4:59 AM IST

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आपको बहुत बीमार कर सकते है Sugar-free फूड, डायबिटीज समेत 90 बीमारियों से ज्यादा का है खतरा

क्या होता है शुगर फ्री प्रोडक्ट्स
Sugar-free खाने में चीनी की जगह कृत्रिम मिठास मिलाई जाती है, जो रासायनिक रूप से बने अणु के रूप में होती है। आर्टिफिशियल स्वीटनर्स के मुख्यतः दो तरह की होती है- एस्पारटेम और सुक्रालोज।

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सुक्रालोज
सुक्रालोज को शक्कर में रासायनिक बदलाव कर बनाया जाता है। जिससे यह स्वाद में शक्कर से 600 गुना मीठा हो जाता है और ये आंतों में भी अवशोषित नहीं होता है, इसलिए यह कैलोरी रहित होता है। ये बेकरी उत्पाद, डाइट सप्लीमेंट जैसे- डाइट कोक इत्यादि में पाया जाता है।

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सुक्रालोज के साइड इफेक्ट्स
सुक्रालोज के अधिक सेवन से लिवर और किडनी संबंधित समस्याएं बढ़ने के साथ पेट में ऐंठन और दस्त भी हो सकते हैं। इसके अलावा कब्ज, दस्त और किडनी से संबधित समस्या हो सकती हैं। sucralose और aspartame चीनी की लालसा को बढ़ा सकते हैं, क्योंकि जब इसका सेवन किया जाता है, तो वे शरीर को ग्लूकोज में वृद्धि की उम्मीद करते हैं।

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ऐसल्फेम के
Acesulfame K चीनी की तुलना में लगभग 200 गुना अधिक मीठा होता है, Acesulfame K को केवल सिरदर्द और अवसाद जैसे दुष्प्रभावों के कारण ही असुरक्षित माना जाता है। ये मुख्यत: डाइट्री सप्लीमेंट, डेजर्ट मिक्स में उपयोग किया जाता है। यह आपको मोटापे का शिकार भी कर सकता है, क्योंकि यह इंसुलिन को रिलीज करता है, जिससे पेट भरा हुआ नहीं लगता और आप ज्यादा खाना शुरू कर देते हैं।
 

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एस्पार्टेम
एस्पार्टेम मिथियोनीन और फिनाइल एलेनीन नामक एमीनो एसिड के मिलने से बनता है। एस्पार्टेम को अधिक गर्म करने से इसकी मिठास प्रभावित होती है। इसलिए एस्पारटेम को गर्म नहीं करना चाहिए। इसका उपयोग फ्रोजन योगर्ट, च्यूइंग गम के अलावा पके हुए खाद्य पदार्थों और पेस्ट्री में किया जाता है।

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एस्पार्टेम के साइड इफेक्ट्स
कई अध्ययनों से पता चला है कि एस्पार्टेम के कम से कम 92 दुष्प्रभाव हैं, जिनमें सिरदर्द, चिंता, दिल की धड़कन, वजन बढ़ना, डिप्रेशन, अटेंशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर, चक्कर आना, अल्जाइमर, मल्टीपल स्केलेरोसिस और तंत्रिका संबंधी विकार शामिल हैं। इसे अक्सर सभी कृत्रिम मिठासों में सबसे खतरनाक माना जाता है।

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