क्या है हेट्रोक्रोमिया
हमारी आंखों की पुतलियों को मेलेनिन नामक पिगमेंट की सहायता से रंग मिलता है। इसी के कारण आंखों का रंग नीला, हरा, भूरा आदि हो सकता है। मेलेनिन की कमी के कारण आंखों का रंग हल्का, जबकि अधिकता के कारण आंखों का रंग गहरा दिखाई देता है। आंखों के रंग का अलग-अलग होना ही हेट्रोक्रोमिया का प्रमुख लक्षण होता है। यदि व्यक्ति में किसी प्रकार के अंतर्निहित कारणों का निदान होता है तो उसमें उस रोग के आधार पर लक्षण नजर आ सकते हैं।