माइंस की पहाड़ी उतर रहा था हाइवा, धुंध में ड्राइवर को सामने नहीं दिखी बोलेरो और बना दिया पापड़

चाईबासा, झारखंड. ठंड के मौसम में ड्राइविंग करते समय काफी अलर्ट रहने की जरूरत होती है। अन्य मौसम की तुलना में ठंड में सड़क हादसों की संख्या अधिक बढ़ जाती है। कोहरे की वजह से विजिबिलिटी कम रह जाती है। वहीं, ड्राइविंग के दौरान एकाग्रचित्तता(Concentration) पर भी असर पड़ता है। यह एक्सीडेंट चाईबासा के गुआ थाना क्षेत्र लौह अयस्क खदान माइंस में हुआ। कोहरे के कारण हाइवा(हैवी डम्पर ट्रक) के ड्राइवर को सामने आ रही बोलेरो नहीं दिखी। नतीजा, 100 टन वजनी हाइवा ने बोलेरो को रौंदकर उसका पापड़ बना दिया। इस हादसे में बोलेरो सवार सीआईएसएफ इंस्पेक्टर की मौत हो गई। जबकि उसका ड्राइवर गंभीर रूप से जख्मी है। घटना बुधवार देर रात की है। आगे पढ़ें इसी घटना के बारे में...
 

Asianet News Hindi | Published : Nov 19, 2020 6:11 AM IST / Updated: Nov 19 2020, 11:44 AM IST

110
माइंस की पहाड़ी उतर रहा था हाइवा, धुंध में ड्राइवर को सामने नहीं दिखी बोलेरो और बना दिया पापड़

नागेंद्र प्रसाद (45) रात करीब 2 बजे माइंस का बोलेरो कार से दौरा कर रहे थे। घटना के वक्त कोहरा छाया हुआ था। हाइवा पहाड़ से नीचे उतर रहा था। तभी वो बेकाबू होकर बोलेरो पर चढ़ गया। नागेंद्र और ड्राइवर आकाश लोहरा गाड़ी में दबकर रह गए। मौके पर पहुंचे लोगों ने गैस कटर से बोलेरो का बॉडी काटी और फिर दोनों को बाहर निकाला। लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। आगे पढ़ें ऐसे ही कुछ अन्य हादसों के बारे में..

210

नवांशहर, पंजाब. यह एक्सीडेंट नवांशहर के गढ़शंकर रोड के निर्माणाधीन क्रॉसिंग पुल पर हुआ। ठंड की पहली धुंध में विजिबिलिटी महज 50 मीटर रह जाने से गाड़ियों को बैरिकेट्स नहीं दिखे। नतीजा, एक-एक करके 6 गाड़ियां टकरा गईं। हादसा बुधवार का है। इसमें 5 लोग घायल हो गए। आगे पढ़ें पिछले कुछ दिनों में देशभर में हुए अलग-अलग कारणों से विभिन्न हादसों के बारे में..

310

वडोदरा, गुजरात. बुधवार तड़के करीब 3 बजे मिनी ट्रक और ट्राले के बीच हुए भीषण हादसे में 5 महिलाओं सहित 11 लोगों की मौत हो गई। जबकि 16 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। इनमें एक ही परिवार के 5 सदस्य भी शामिल हैं। इनमें पति-पत्नी, उनका बेटा, बेटी और चचेरा भाई भी है। वहीं, मरने वालों में 8 से 12 साल के बच्चे भी हैं। ये लोग सूरत से प्रसिद्ध देवी स्थल पावागढ़ दर्शन करने निकले थे। हादसा नेशनल हाईवे पर वाघोडिया चौक के पास हुआ। इस हादसे में दयाबेन(राइट), उनके बेटे सुरेश जिंजाला, बेटी आरती के अलावा पति और चचेरे भाई(तस्वीर में नहीं) की मौत हो गई।
 

410

जबलपुर, मध्य प्रदेश. यह हैं 57 साल के एएसआई संतोष सेन। बदमाशों से हुई एक मुठभेड़ में इनके राइट हैंड में फ्रैक्चर हो गया था। हाथ ठीक हो गया, लेकिन अब उसमें पहले जैसी ताकत नहीं बची। बावजूद मंगलवार को एक सड़क हादसे में घायलों को अस्पताल के अंदर तक ले जाने के लिए जब स्ट्रेचर नहीं मिला, तो वे पीठ पर लादकर उन्हें ले गए। यह हादसा जिला मुख्यालय जबलपुर से 35 किमी दूर घुघरी गांव के पास हुआ था। एक तेज रफ्तार लोडिंग वाहन के खाई में पलट जाने से 27 मजदूर घायल हो गए थे। गाड़ी में 36 मजदूर सवार थे। चरगवां थाना प्रभारी रितेश पांडे ने बताया कि सभी मजदूर शहपुरा मटर तोड़ने जा रहे थे। सुबह आठ बजे यह हादसा हुआ था। आगे देखें ऐसे ही हादसों की कुछ और कहानियां...
 

510

संगरूर, पंजाब. जिले के सुनाम रोड पर मंगलवार तड़के एक कार के ट्रक के डीजल टैंक से टकराते ही भीषण आग लग गई। इस हादसे में कार सवार 5 लोग जिंदा जलकर मर गए। माना जा रहा है कि कार सेंट्रल लॉक होने से किसी को बाहर निकलने का मौका ही नहीं मिला। वे सोमवार को किसी परिचित की मैरिज एनिवर्सरी के कार्यक्रम में शामिल होने संगरूर जिले के दिड़बा शहर आए थे। टक्कर आमने-सामने से हुई। कार के ट्रक के डीजल टैंक से टकराते ही ब्लास्ट के साथ आग लग गई। आगे पढ़ें-तोड़ेंगे दम मगर: पुल से टकराकर 30 फीट नीचे गिरी बाइक, दो जिगरी दोस्तों की दर्दनाक मौत

610

बोकारो, झारखंड. दिल दहलाने वाला यह हादसा रविवार देर रात जरीडीह थाना इलाके में जैनामोड़ स्थित बांका पुल पर हुआ। पुल से टकराने के बाद बाइक 30 फीट नीचे जा गिरी। इस हादसे में दो जिगरी दोस्तों की मौत हो गई। घटना का पता सोमवार सुबह लगा। मृतकों की पहचान पेटरवार थाना क्षेत्र के पिछरी गांव निवासी अभिमन्यु कुमार मुंडा (21) और मिलन कुमार हेम्ब्रम (24) के रूप में हुई। अभिमन्यु ने इस साल इंटर का एग्जाम दिया था। मिलन भुवनेश्वर में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था। लॉकडाउन के बाद से वे गांव में ही थे। मृतकों के परिजनों ने बताया कि अभिमन्यु और मिलन किसी दोस्त से मिलने की बात कहकर घर से बोकारो के लिए निकले थे। वे अपने एक रिश्तेदार की बाइक लेकर गए थे। आगे पढ़ें-काम पर लौट रहे 7 मजदूरों की मौत

710

सतारा, महाराष्ट्र. जरा-सी लापरवाही जिंदगी को कैसे मौत के मुंह में ले जाती है, ये सड़क हादसे इसी का उदाहरण है। पहली तस्वीर पुणे-बैंगलोर हाईवे पर शनिवार सुबह हुए भीषण सड़क हादसे की है। दीपावली के ठीक दिन हुए इस हादसे में 5 लोगों की मौत हो गई थी। हादसा यहां उंब्रज के पास तारली पुल से एक मिनी बस के 50 फीट नीचे गिर जाने से हुआ था। हादसे में 7 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। आगे पढ़ें ऐसे ही कुछ अन्य हादसों के बारे में...

810

मंडी, हिमाचल प्रदेश. यह भीषण हादसा रविवार की रात पुलघराट के पास हुआ। बिहार से मंडी के लिए निकले मजदूरों की पिकअप अनियंत्रित होकर सुकेती खड्ड में जा गिरी थी। इस हादसे में 7 मजदूरों की मौत हो गई। आगे पढ़ें-आगे पढ़ें-दीपावली पर कुछ परिवारों में खुशियों के बजाय मौत ने दी दस्तक, हर तरफ उल्लास था, इनके घर में मातम

910

भरतपुर, राजस्थान. जिले के सेवर थाना इलाके में शुक्रवार तड़के करीब 3.30 बजे हुए एक सड़क हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई थी। इतने ही लोग घायल हैं। ये लोग अपने किसी रिश्तेदार की डेड बॉडी लेकर एम्बुलेंस से जयपुर से भरतपुर के लिए निकले थे। रिश्तेदार की गुरुवार रात हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। रास्ते में बांसी के पास एम्बुलेंस के ड्राइवर को झपकी आ गई। इसके बाद एम्बुलेंस बेकाबू होकर एक ट्रॉले से जा भिड़ी। हादसा इतना भीषण था कि एम्बुलेंस के परखच्चे उड़ गए। घायलों में मां-बेटा शामिल हैं। आगे पढ़ें-दिल दहलाने वाले हादसे: और यूं लगा जैसे किसी ने बम फोड़ दिया हो..दूर तक सुनाई पड़ा धमाका

1010

अजमेर/रेवाड़ी. राजस्थान. यह तस्वीर अजमेर जिले के रूपनगढ़ में गुरुवार (12 नवंबर) सुबह दो ट्रकों के बीच आमने-सामने से हुई टक्कर के बाद की है। इस हादसे में एक ट्रक के ड्राइवर हरियाणा के रेवाड़ी निवासी 35 साल के वासु सिंह राजपूत की मौत हो गई थी। जबकि घायल क्लीनर की पहचान हरियाणा धानोद निवासी सुनील हरिजन के रूप में की गई है। दूसरे ट्रक ड्राइवर और उसके क्लीनर को कोई चोट नहीं आई। यह हादसा किशनगढ़ रोड स्थित गैस गोदाम के पास हुआ।  हादसा इतना भीषण था कि एक धमाके की आवाज दूर-दूर तक सुनाई पड़ी

Share this Photo Gallery
click me!
Recommended Photos