मृतक कुछ महीने पहले अपने छोटे भाई विनोद उरांव के साथ रोजी रोटी कमाने नेपाल गया था। जहां वह नेपाल के परासी जिले में ईंट-भटटे में काम करने लगा था। पांच दिन पहले अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई, जहां उसका छोटा भाई उसे अस्पताल लेकर गया, लेकिन वह नहीं बचा सका। लॉकडाउन के चलते वह अपने बड़े भाई का शव गांव नहीं ला पाया तो उसने नेपाल में ही दाह-संस्कार कर दिया।