पहली तस्वीर लता की है। वहीं, दूसरी तस्वीर हरियाणा के गुरुग्राम से झारखंड लौटती एक प्रवासी मजदूर महिला की है। लता दु:खी हैं कि तमिलनाडु में मेहनत-मजदूरी करके उन्होंने थोड़ी-बहुत कमाई की थी, वो सब खत्म हो गई। घर लौटे तो खाली हाथ। वे अपने मासूम बच्चों के सवालों का जवाब नहीं दे पा रही थीं, जो बार-बार पूछ रहे थे कि मां हम गांव क्यों लौट आए? लता चेन्नई में लोगों के घरों में काम करती थीं। शराबी पति छोड़कर चला गया। लॉकडाउन में जब रोटियों को तरसीं, तो घर के बर्तन तक बेचने पड़े। फिर किसी से श्रमिक ट्रेन की जानकारी दी, तो वो घर लौट आईं। हालांकि वे परेशान दिखीं कि आगे बच्चों को क्या खिलाएंगी? आगे देखिए प्रवासी मजदूरों की समस्याएं दिखातीं इमोशनल तस्वीरें..