पीड़ित परिवार के लिए सहारा बने दोस्त
दरअसल, यह दोस्तों की यह अनोखी कहानी जमशेदपुर के गोड्डा की है, जहां वीरेंद्र कुमार (29) अपनी बूढ़ी मां , पत्नी और दो बच्चों के साथ रहता था। वह फोटो- वीडियो ग्राफी करके परिवार का पेट पालता था। जितना ख्याल वह अपने परिवार का रखता था, उसी तरह वह अपने दोस्तों के लिए हर मुश्किल घड़ी में खड़ा रहता था। लेकिन 22 दिसंबर 2019 को एक हाइवा के टक्कर लगने के बाद उसकी मौत हो गई।