साहिबगंज, झारखंड. 'हिंदी-चीनी भाई-भाई' की मर्यादा और रिश्तों को भुलाकर चीनी सैनिकों ने लद्दाख बॉर्डर पर जो खूनी खेल रचा..वो बेहद शर्मनाक है। चीनी सैनिकों की कायरतापूर्ण हरकतों का जवाब देते हुए भारतीय सेना ने अपने 20 जवान खो दिए। इनमें एक हैं साहिबगंज के 26 वर्षीय कुंदन कुमार ओझा। चीनी सैनिकों को मुंहतोड़ जवाब देते हुए यह यौद्धा दुनिया से कूच कर गया। कुंदन कुमार साहिबगंज जिले के डिहारी गांव के रहनेवाले थे। शहीद के पत्नी ने कुछ दिन पहले ही बेटी को जन्म दिया था। तब शहीद ने फोन पर कहा था कि वे बहुत जल्द अपनी बेटी का चेहरा देखने आ रहे हैं। लेकिन ऐसा संभव नहीं हो सका। कुंदन के पिता रविशंकर किसान हैं। जब मंगलवार दोपहर 3 बजे कुंदन के शहीद होने की खबर घर पहुंची, तो उनकी मां भवानी को गहरा सदमा लगा। कुंदन की पत्नी नेहा बेहोश हो गई। कुंदन के भाई मुकेश और कन्हैया को कुछ समझ ही नहीं आया कि ये सब क्या हो गया। जानिए एक बहादुर शहीद की कहानी..