इस वजह से लिया फिर से पढ़ाई करने का फैसला
दरअसल, शिक्षा मंत्री ने जगरनाथ महतो ने 1995 में मैट्रिक करने के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी। अब जब वह इसी साल जनवरी के माह में प्रदेश के मानव संसाधन एवं विकास मंत्री बने तो विपक्ष के लोग उनकी एजुकेशन को लेकर अक्सर मुद्दा उठाते थे। कहते थे देखो अब दसवीं पास व्यक्ति प्रदेश का शिक्षा मंत्रालय संभाल रहा है। इसके बाद ही उन्होंने तय कर लिया था कि अब वह आगे की पढ़ाई करेंगे।