देवघर (झारखंड). कोरोना महामारी ने ऐसा दर्द दिया है जिसे इंसान जीते जी कभी नहीं भुला पाएगा। इसके कहर में कई घर उजड़ गए तो कईयों की रोजी रोटी छिन गई और वह दो वक्त की रोटी के लिए मोहताज हो गए। झारखड़ के देवघर से ऐसी ही एक दिल झकझोर देने वाली कहानी सामने आई है। जहां एक बेटे के पास अपनी मां के अंतिम संस्कार करने तक के पैसे नहीं थे। आखिर में उसने बेबस होकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।