वन में उपजे उत्पाद को मिलेगा बढ़ावा
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेने बोले- आज हमलोग अपनी संस्कृति को भूल रहे हैं। सहजन, गंधारी का साग, मड़ुआ भात खाते हैं। पेरूआ तेल खाते थे। बड़ी-बड़ी कंपनियां ऐसे चीजों को ऊंचे मूल्य में बेच रही है। जो लोग इसको उपजा रहे हैं, उसको यह लाभ मिलना चाहिए। सरकार ने एक फेडरेशन की स्थापना की है। जिसमें जंगलों अथवा ग्रामीण क्षेत्रों में पाये जानेवाले वनोपज के माध्यम से लोगों की आय को बढ़ायेंगे। कई सारी चीजें मुख्यमंत्री रोजगार सृजन कार्यकम, बिरसा हरित ग्राम योजना, ग्रामीण फलदार योजना लगाने का काम कर रहे हैं। हर वर्ग के लोगों को मौका मिल रहा है। मूलवासी, आदिवासी, यहां के लड़के, लड़कियों को मौका मिल रहा है। दो साल में इस सेंटर का निर्माण पूरा हो जाना चाहिए।