MP में जलप्रलय: 2 दिन में बरसा सालभर का पानी, सामान्य से 10% ज्यादा..बिगड़े हालात, रातभर नहीं सोए CM

भोपाल. मध्य प्रदेश में पिछले तीन दिन से हो रही मूसलाधार बारिश से कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं। प्रदेश के सभी नदी-नाले उफान पर हैं। सड़क जलमग्न हो गईं और कई जगहों पर निचली बस्तियों में पानी भर गया है। लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। होशंगाबाद जिले में हालात सबसे ज्यादा खराब हो गए, यहां लोगों को बचाने के लिए सेना बुलानी पड़ी। बाढ़ से बचाने के लिए लोगों को हेलीकॉप्टर से निकालकर सुरक्षित जगह पर पहंचाया गया। यहां की कई बस्तियां डूब गईं, बताया जाता है कि इस साल 47 साल बाद होशंगाबाद में ऐसी बाढ़ आई है। जहां नर्मदा अपने खतरे के निशान से 19 फीट ऊपर बह रही है। यहां महज 33 घंटे में 17 इंच पानी बरस चुका है। वहीं अगर पूरे प्रदेश की बात करें तो अब तक 32.6 इंच बारिश हो चुकी है, जो सामान्य से 10% ज्यादा है। सिर्फ शनिवार के ही दिन सामान्य बारिश 0.42 इंच से 397% ज्यादा हो चुकी है।

Asianet News Hindi | Published : Aug 30, 2020 12:19 PM IST / Updated: Aug 30 2020, 05:54 PM IST
16
MP में जलप्रलय: 2 दिन में बरसा सालभर का पानी, सामान्य से 10% ज्यादा..बिगड़े हालात, रातभर नहीं सोए CM

वहीं इंदौर में शनिवार रात 3 इंच बारिश हुई जिससे शहर का सालभर का कोटा पूरा हो गया। यानी शहर की जरूरत का पानी यानी 34 इंच से ज्यादा बारिश हो गई है। वहीं मौसम विभाग की माने तो सितंबर माह में भी पूरे प्रदेश में भारी बारिश होने की अशंका जताई है। यहां अब तक औसत 32 फीसदी ज्यादा पानी गिर चुका है।  मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बाढ़ प्रभावित इलाके का दौरा किया और रातभर जागकर आधिकारियों से हालात पर चर्चा करते रहे। उन्होंने कहा-प्रदेश की जनता चिंता ना करे, आपकी सुरक्षा की जिम्मेदारी मेरी है, रातभर मैं अपने कार्यालय बैठकर अधिकारियों से बात करता रहूंगा।
 

26

मुख्यमंत्री शिवराज ने बताया कि 9 जिलों के 394 से ज्यादा गांवों में बाढ़ ने तबाही मचाई है। होशंगाबाद में सेना ने मोर्चे संभाल रखा है, अभी तक यहां से 2500 लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा चुका है। नर्मदा के घाटों के दोनों ओर करीब 500-500 मीटर के क्षेत्र में 4 से 5 फीट पानी भर गया। होमगार्ड के जवानों ने लोगों को निकालने के लिए रातभर सड़कों पर नाव चलाई।
 

36


यह तस्वीर होशंगाबाद की है, जहां की कई बस्तियां डूब चुकी हैं। पूरे प्रदेश बाढ़ के यही हालात हैं, नदी किनारे बसे सारे गांव डूब चुके हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी प्रदेश में बाढ़ के हालात के बारे में जानकारी दी है।
 

46


बाढ़ से प्रभावित प्रदेश के कई इलाकों में राहत और बचाव कार्य जारी है। सेना से लेकर एनडीआरफ, पुलिस के जवान और होमगार्ड ने मोर्चा संभाल रखा है। यह तस्वरी सीहोर जिले के बुदनी के सोमलवाड़ा गांव की है, जहां हेलीकॉप्टर से लोगों को सुरक्षित निकाला गया। एयरफोर्स के जवान और हेलिकॉप्टर रेस्क्यू में जुटे हैं।

56

लगातार हो रही बारिश की जवह से सैकड़ों गांव का संपर्क टूट गया है। निचले इलाके के सभी घर डूब चुके हैं, लोगों के वाहन बच्चों के खिलौनों की तरह बह गए।

66


प्रदेश के सभी डैम, बरगी, इंदिरा सागर, ओंकारेश्वर, जोबट, मान, अपर बेदा, लोअर बेदा भारी बारिश होने से अपनी क्षमता से ज्यादा भर चुके हैं। इन बांधों में इस वर्ष पिछले साल से ज्यादा पानी आ चुका है।
 

Share this Photo Gallery
click me!

Latest Videos

Recommended Photos