बालाघाट, मध्य प्रदेश. लॉकडाउन के दौरान जगह-जगह फंसे लोगों की कई भावुक तस्वीरें सामने आ रही हैं। कुछ लोग पैदल घरों को जा रहे हैं, तो किसी को जो साधन मिला..उससे निकल पड़े। कोई साइकिल, कोई बैलगाड़ी..तो कोई रिक्शा। यह महिला अपने मायके आई थी। उसके पिता का निधन हो गया था। तेहरवीं के बाद जब वो घर लौटने को हुई, तो लॉकडाउन हो गया। उसने परमिशन के लिए ऑनलाइन आवेदन किया, लेकिन नहीं मिला। आखिरकार उसने अपने पिता की अंतिम निशानी मोपेड उठाई और अपने बेटे को बैठाकर घर के लिए निकल पड़ी। महिला की ससुराल 500 किमी दूर टीकमगढ़ के बोधिर गांव में है। द्रोपदी नामक यह महिला अपने 8 साल के बेटे को मोपेड पर बैठाकर घर जाते दिखाई दी।