एक्शन में शिवराज..CM बनते ही पहले दिन डिप्टी कलेक्टर को हटाया, अफसर को इस बात की चुकानी पड़ी कीमत
राजगढ़/भोपाल. शिवराज सिंह चौहान मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री पद संभालते हुए एक्शन में आ गए। उन्होंने पहले ही दिन राज्य के कई आईएएस और आईपीएस अफसरों का तबादला किया। इतना ही नहीं सीएम ने सीएए के समर्थन में रैली कर रहे प्रदर्शनकारियों कों थप्पड़ मारने वाली कलेक्टर और एसडीएम (डिप्टी कलेक्टर) को भी हटा दिया है। इसके अलावा शिवराज सरकार ने रीवा नगर निगम कमिश्नर सभाजीत यादव को हटा दिया है।
Asianet News Hindi | Published : Mar 25, 2020 5:46 AM IST / Updated: Mar 25 2020, 12:12 PM IST
बता दें कि जनवरी के महीने में राजगढ़ कलेक्टर निधि निवेदिता और एसडीएम प्रिया वर्मा उस वक्त चर्चा में आईं थीं जब उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून समर्थित प्रदर्शनकारियों को तिरंगा यात्रा के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की थी। उस वक्त जब प्रदेश में कमलनाथ सरकार थी तो बीजेपी के नेताओं ने दोनों महिला अफसरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग की थी। तब शिवराज सिंह ने कहा था कि आज का दिन लोकतंत्र के इतिहास में काले दिनों में गिना जाएगा।
राज्य सरकार के कार्मिक विभाग की प्रमुख सचिव दीप्ति गोड़ मुखर्जी ने मंगलवार (24 मार्च) की रात को आदेश जारी किया है, जिसके मुताबिक निधि निवेदिता को राजगढ़ के कलेक्टर पद से हटाकर उप सचिव बनाया गया है। निधि निवेदिता की जगह नीरज कुमार सिंह को राजगढ़ कलेक्टर बनाया गया है, जबकि सभाजीत की जगह अब अर्पित वर्मा रीवा नगर निगम कमिश्नर होंगे।
प्रिया एक साधारण परिवार से हैं। ज्यादा फीस होने की वजह से वह कोचिंग नहीं कर सकी। घर पर ही रहकर सेल्फ स्टडी की। घर पर 13 से 14 घंटे पढ़ाई करने के बाद यह मुकाम हासिल किया है।
प्रिया वर्मा इंदौर के पास के गांव मांगलिया की रहने वाली हैं। महज 21 साल की उम्र में ही डीएसपी बन गईं।
थप्पड़ कांड के वक्त प्रिया वर्मा की पुरानी तस्वीरें सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुईं थीं।
प्रिया मध्य प्रदेश लोक सेवा की परीक्षा पास कर भैरवगढ़ जेल उज्जैन जेलर बनीं। वहां उन्होंने करीब 6 महीने काम किया था।
चर्चा में आने के दौरान प्रिया वर्मा ने आरोप लगाया था कि भीड़ ने कार्यपालक मजिस्ट्रेट और मेरे कपड़े खींचे थे। हमने कार्यकर्ताओं से कहा कि थाने चलिए, वहां बात की जाए, लेकिन ये लोग खुद को छुड़वाकर भाग रहे थे। किसी ने मेरी पीठ पर बहुत तेजी सा लात मारी थी।
प्रिया वर्मा ने कहा था, रैली के दौरान हंगामा बढ़ा और भाजपा वर्कर्स अभद्रता पर उतर आए। स्थिति पर नियंत्रण के लिए टीम के साथ मैं तैनात थी। रैली के दौरान एक शख्स पीछे से गालीगलौच करते हुए आगे आया। हमने उसे संभालने की कोशिश की, उसके अपशब्दों की वजह से उसे थप्पड़ मारे थे। इसके बाद लोगों ने मेरे साथ अभद्रता करना शुरू कर दिया।
प्रिया वर्मा ने कहा, धारा 144 लागू थी, लेकिन यह लोग 19 तारीख को ही रैली निकालने पर अड़े थे। बड़े नेताओं से जाकर हमने बात की। लेकिन इसके बाद भी रैली में हुड़दंग मचाया।
उस दौरन शिवराज ने दी ब्यूरोक्रेट्स को चेतावनी देते हुए कहा था.. मैडम, आपको किसने अधिकार यह दिया था, आप एक प्रशासनिक अधिकारी हैं, क्या आपको संविधान अधिकार देता है कि जब चाहें किसी को भी थप्पड़ जड़ दें? क्या कानून आपको इसकी इजाजत देता है? मैडम आप भूलिए मत सभी का समय आता है। क्या सोचा था मैडम, आप कार्यकर्ता को थप्पड़ मार दोगे और हम चुप-चाप घरों में बैठकर भूल जाएंगे, क्या भारत माता की जय बोलने पर थप्पड़ मारे जाएंगे और हम आंख बंद करके बैठ जाएंगे। ये भूल है मैडम।
अपने दोस्त के साथ हॉलिडे का लुत्फ उठाती हुईं डिप्टी कलेक्टर प्रिया वर्मा।
अपने दोस्तों के साथ फोटो खिंचवाती हुई डिप्टी कलेक्टर प्रिया वर्मा।