MP के पॉलिटिकल ड्रामे में कोरोना की ऐसे हो गई एंट्री, एक की गलती..कइयों पर पड़ी भारी...
भोपाल, मध्य प्रदेश. लॉकडाउन के बाद भी कोरोना वायरस का असर कम नहीं हुआ है। बुधवार को प्रदेश में इस संक्रमण से पहली मौत का मामला सामने आया है। उज्जैन में 65 साल की महिला ने इंदौर में इलाज के दौरान अंतिम सांस ली। एक दिन पहले ही उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव मिली थी। हालांकि वो तीन दिनों से इंदौर के एमवाय हॉस्पिटल में इलाज करा रही थी। अब तक सर्वाधिक 7 नये मामले इंदौर में मिले हैं। अभी तक इंदौर को इस मामले में सुरक्षित माना जा रहा था। यह वही इंदौर है, जिसे स्वच्छता सर्वेक्षण में देश में अव्वल नंबर मिला है। भोपाल में एक नया मरीज मिला, जबकि उज्जैन में 3। वहीं, भोपाल में कमलनाथ की CM रहते हुए आखिरी प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक कोरोना मरीज की मौजूदगी से हड़कंप मचा हुआ है। यह शख्स पत्रकार है, जो लंदन से आई अपनी बेटी के साथ कमलनाथ की प्रेस कॉन्फ्रेंस में पहुंचा था। यहां करीब 200 लोग मौजूद थे। हैरानी की बात यह है कि बुधवार को जब स्वास्थ्य विभाग की टीम उसे हॉस्पिटल में भर्ती कराने के लिए लेने पहुंची, तो उसने हंगामा कर दिया। बाद में कलेक्टर की फटकार के बाद वो हॉस्पिटल जाने को तैयार हुआ। इस पत्रकार का भाई कांग्रेस प्रवक्ता है।
Asianet News Hindi | Published : Mar 26, 2020 4:21 AM IST / Updated: Mar 26 2020, 09:58 AM IST
बता दें कि मध्य प्रदेश में सियासी घटनाक्रम के दौरान 20 मार्च को सीएम हाउस में कमलनाथ ने अपनी आखिरी प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। इसके बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। यहां पत्रकार केके सक्सेना अपनी बेटी गुंजन के साथ मौजूद थे। गुंजन लंदन में पढ़ाई करती है। वो कुछ समय पहले ही वहां से लौटी थी। वो कोरोना पॅाजिटिव निकली थी। मामला सामने आने के बाद बुधवार को करीब 30 पत्रकार और उनके परिजन जेपी अस्पताल में टेस्ट कराने पहुंचे। वहीं, विधानसभा के प्रमुख सचिव और जनसंपर्क सचिव ने खुद को आइसोलेट कर लिया है। मध्य प्रदेश में अब तक 20 पॉजिटिव मरीज सामने आ चुके हैं। बुधवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम केके सक्सेना के निवास पहुंची। केके सक्सेना की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। उन्हें एम्स में भर्ती कराने के लिए टीम पहुंची थी। लेकिन सक्सेना ने हंगामा कर दिया। उन्होंने अपने घर को सैनिटाइज कराने से भी मना कर दिया। हालांकि बाद में कलेक्टर की सख्ती के बाद वे हॉस्पिटल में जाने को राजी हुए।
यह तस्वीर दिल्ली की है। लॉक डाउन से सबसे ज्यादा असर इस तरह के मेहनतकश लोगों की जिंदगी पर पड़ा है। जरूरत है कि लोग आगे आएं और इनकी मदद करें।
यह तस्वीर मुंबई स्थित हाली अली दरगाह की है। यहां आमतौर पर हजारों लोग पहुंचते हैं, लेकिन कोरोनावायरस के डर ने यहां सन्नाटा पैदा कर दिया है।
यह तस्वीर पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी की है। लॉक डाउन के चलते लोग घरों में हैं। बाजार बंद है। ऐसे में इन जानवरों को खाने के लाले पड़ गए हैं। इनकी मदद के लिए भी आगे आएं।
यह तस्वीर पंजाब है। लॉक डाउन के चलते मजदूर अपने-अपने घरों को लौट रहे हैं। वे घबराए हुए हैं। उन्हें कोई साधन नहीं मिल रहा, तो वे पैदल ही मीलों दूर अपने घरों की ओर जा रहे हैं।
यह तस्वीर दिल्ली की है। यकीनन देशव्यापी लॉकडाउन का असर लोगों के काम-धंधे पर पड़ा है, लेकिन 'जान है, तो जहान है।' इसलिए इसका पालन हमें करना ही होगा।