दूसरी तरफ नीरज भार्गव की पार्थिव देह भी उनके घर गुना के सिसौदिया कॉलोनी पहुंचा तो हर दिशा चित्कार से भर गई। गार्ड ऑफ ऑनर से अंतिम विदाई दी गई। घर से मुक्तिधाम तक जयकारे लगते रहे। 12 साल के बेटे वंश ने पिता को मुखाग्नि दी। बताया जा रहा है कि नीरज की पत्नी छह महीने की प्रेग्नेंट हैं। वो अस्पताल में हैं, उन्हें अभी इसकी जानकारी भी नहीं दी गई है कि उनके पति अब इस दुनिया में नहीं रहे। शुक्रवार को नीरज ने पत्नी की सोनोग्राफी कराने अस्पताल पहुंचे थे तभी उन्हें ड्यूटी पर बुलावा आ गया। लेकिन फिर उनके शहीद होने की खबर आई। शहीद नीरज भार्गव के पिता की भी ऑन ड्यूटी हार्ट अटैक से मौत हुई थी।