सार
मध्य प्रदेश के गुना जिले में बदमाशों और पुलिस की मुठभेड़ में तीन पुलिसकर्मी अपना फर्ज निभाते हुए तीन शहीद हो गए। इस घटना के बाद प्रशासन से लेकर सरकार तक में हड़कंप मच गया है। हालांकि घटना के 24 घंटे के अंदर सीएम शिवराज सिंह के सख्त आदेश के बाद पुलिस ने इस हत्याकांड के मुख्य आरोपी सहित दो को एनकाउंटर कर मार गिराया।
गुना (मध्य प्रदेश). गुना जिले के आरोन में बदमाशों और पुलिस की मुठभेड़ में तीन पुलिसकर्मी अपना फर्ज निभाते हुए तीन शहीद हो गए थे। सरकार से लेकर प्रशासन ने ठान लिया था कि अपराधियों इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। जिसके चलते अब पुलिस इस हत्याकांड के मुख्य आरोपी शहजाद का एनकाउंटर कर मार गिराया। वहीं दूसरे आरोपी को भी ढेर कर दिया है। चर्चा तो यह भी है कि तीसरे को भी उसके कर्मों की सजा दे दी गई है।
बीजेपी नेता और गृहमंत्री ने कहा-अपराधी ढेर..हिसाब बराबर
दरअसल, गुना पुलिसकर्मी हत्याकांड का मुख्य आरोपी के मारे जाने की सबसे पहले जानकारी मध्यप्रदेश बीजेपी के संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा ने देर रात एक ट्वीट कर दी। उन्होंने कहा-हिसाब बराबर। वहीं राज्य के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी इस बात की जानकारी देते हुए कहा-गुना के आरोन घटना का मुख्य आरोपी पुलिस मुठभेड़ में जंगल में मारा गया है। मध्यप्रदेश पुलिस के कर्मचारी और अधिकारी पूरी मुस्तैदी के साथ काम कर रहे हैं। हालांकि पुलिस की तरफ से अभी इसको लेकर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।
10 थानों के 100 से अधिक जवानों ने चलाया स्पेशल अभियान
मुख्यमंत्री के शख्त आदेश के बाद ग्वालियर रेंज के नए आईजी श्रीनिवास वर्मा ने मोर्चा संभाला। वहीं सीएम शिवराज सिंह चौहान ने घटना के बाद घटनास्थल पर पहुंचने में विलंब करने पर ग्वालियर के आईजी को अनिल शर्मा को तत्काल हटा दिया गया। इसके बाद कल ही अपराधियों को पकड़ने के लिए स्पेशल अभियान चलाया गया। जिसमें 10 थानों के 100 से अधिक जवानों को लगाया गया । जिले के एसपी अभियान का नेतृत्व कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि पुलिस ने करीब 10 लोगों को हिरासत में लिया है।
सीएम शिवराज पहले ही दे चुके थे चेतावनी
बता दें कि इस हत्याकांड को लेकर पुलिस से लेकर प्रशासन में हड़कंप मच गया था। खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसको लेकर इमरजेंसी बैठक की थी। जिसमें राज्य बड़े पुलिस अफसर और गृहमंत्री शामिल हुए थ। सीएम चौहान ने कड़े शब्दों में पुलिस को आदेश देते हुए कहा था कि अपराधियों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई होगी, जो इतिहास में उदाहरण बनेगी। सीएम ने कहा- अपराधियों की लगभग पहचान हो गई। जांच चल रही है। पुलिस फोर्स को भेजा गया है। अपराधी किसी भी कीमत पर नहीं बचेंगे।
जानिए क्या है पूरा मामला, कैसे शहीद हुए तीन पुलिस के जवान
बता दें कि यह दिल दहला देने वाली घटना गुना जिले के आरोन इलाके में शनिवार तड़के 3 से 4 के बीच की बताई जा रही है। जहां SI राजकुमार जाटव, आरक्षक नीरज भार्गव और आरक्षक संतराम को पता लगा कि बदमाश काला हिरण का शिकार कर अपने साथ ले जा रहे हैं। इसी दौरान जब पुलिसवालों ने इन्हें रोकना चाहा और इनकी घेराबंदी शुरू कर दी। लेकिन बदमाश भागते हुए शहरोक के जंगल में जाते हुए दिखे। पुलिस को देखते ही शिकारियों ने पुलिसकर्मियों पर गोली चला दी। पुलिस और शिकारियों के बीच हुईं भिडंत में दुर्भाग्यपूर्ण तीन जांबाज जवानों की मौत हो गई।
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