सीएम शिवराज: शिक्षक केसी जैन के मुताबिक, एक बार जब मॉडल स्कूल के बच्चों की ट्रिपर गोवा गई हुई थी। तो लौटते वक्त सभी स्टूडेंट काफी शरारत कर रहे थे। सभी को चुप रहने का कह गया, लेकिन कोई नहीं सुन रहा था। इसके चलते शिवराज को पहले तो डांट पड़ी, फिर दो-तीन चांटे भी लगे थे। इस दौरान रास्ते में जब बस के ब्रेक फेल हुए तो शिवराज सबसे पहले निडरता दिखाते हुए मदद करने के लिए आगे आए थे। वह छात्र जीवन में भी बेबाकी के चलते सभी छात्रों के प्रिय थे। अगर उनको गलत बात पसंद नहीं आई तो वह इसका खुलकर विरोध करते थे। उनमें राजनीति के गुण छात्र जीवन से ही आए थे। यहीं से छात्र संघ चुनाव में सभी छात्रों ने ही शिवराज का नाम आगे बढ़ाया था। मॉडल स्कूल से ही उनकी छात्र राजनीति की शुरुआत भी हुई। वह आज भी मध्य प्रदेश के सीएम बनने के बाद शिक्षकों के प्रति सम्मान रखते हैं।