घटना वाली रात की सुनाई कुछ ऐसी कहानी
सोमवार रात को सब लोग खाना खाकर सो गए थे। तभी, रणधीर ने जंगल से लकड़ी लाने की बात कही। मैंने कहा कि इतनी रात को क्यों? कल सुबह चलेंगे। उसने कहा कि लकड़ी कटी रखी, बस उठा कर लाना है। हम लोग घर से निकल गए। गांव से नदी के पुल के आगे जाकर उसने कहा कि मैं बीड़ी पी लेता हूं। मैंने कहा, हां पी लो। फिर मुझसे पूछा कि कहां से काटे। हमने कहा, ऊपर से काट लो। उन्होंने लकड़ी की जगह मुझ पर ही कुल्हाड़ी से वार करना शुरू कर दिया।