अपने मम्मी पापा की हत्या करने के बाद भी बेटी को कोई पछतावा नहीं है। वह कहती है कि वो डीजे से बहुत प्यार करती है। अपनी प्रेम काहानी सुनाते हुए बोली-कुछ महीनों पहले डीजे से आते-जाते मुलाकात हुई थी, फिर दोनों में गहरी दोस्ती हो गई। लेकिन यह दोस्ती कब प्यार में बदल गई पता ही नहीं चला। हम दोनों को मिलते मेरे पापा ने देख लिया था। उन्होने मेरी डीजे की पिटाई भी की और मेरे अकेले घर से निकलने पर पाबंदी लगा दी। फिर क्या था यहीं से हमने सोच लिया था कि अब तो हम मिलकर रहेंगे चाहे इसके लिए परिवार से भी क्यों ना दूर जाना पड़े। लेकिन पिता का डर था, क्योंकि वह पुलिस में थे, कहीं जाते तो वह पकड़ सकते थे। इसलिए मैंने डीजे के साथ मिलकर उनको मारने की प्लानिंग बनाई। (मृतक आरक्षक अपने परिवार के साथ)