एक मुस्लिम ने कराई सिंधिया की PM मोदी से मीटिंग, BJP में शामिल कराने के लिए बनाया प्लान
भोपाल (मध्य प्रदेश). ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बीजेपी का दामन थाम लिया। उनको दिल्ली के भाजपा मुख्यालय में पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता दिलवाई। लेकिन क्या आपको पता है सिंधिया की किस शख्स ने भारतीय जनता पार्टी के बड़े नेताओं से मीटिंग कराई। आखिर वह कौन है जिस पर बीजेपी के तमाम बड़े नेता इतना भरोसा करते हैं जिसने ग्वालियर के महाराजा की मुलाकात पीएम मोदी और अमित शाह से कराई। मीडिया में कई जगह यह खबरें चल रही हैं कि इन सबके पीछे बीजेपी के राष्टीय प्रवक्ता सैयद जफर इस्लाम का हाथ है। बताया जा रहा है कि राजनीति में आने से पहले जफर और सिंधिया पुराने दोस्त थे। इसलिए माना जा रहा है कि बीजेपी के इस मुस्लिम नेता का 'ऑपरेशन लोटस' में अहम रोल रहा है।
Asianet News Hindi | Published : Mar 11, 2020 7:15 AM IST / Updated: Mar 11 2020, 03:10 PM IST
सोमवार के दिन जब ज्योतिरादित्य सिंधिया की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात हुई थी तो बताया जा रहा है उस दौरान जफर 7, लोक कल्याण मार्ग पर मौजूद थे। वहीं जब मंगलवार को ज्योतिरादित्य गृह मंत्री अमित शाह से मिलने पहुंचे उस वक्त भी जफर शाह की गाड़ी में बैठे दिखाई दिए थे।
सूत्रों के मुताबिक, पिछले एक महीने में जफर और सिंधिया के बीच करीब पांच बार मुलाकात हो चुकी थी। बताया जाता है कि जफर सिंधिया को काफी पहले से जानते हैं। जब ज्योतिरादित्य दिल्ली में रहा करते थे, उस दौरान जफर उसने मिलते थे। जानकारी के अनुसार, जफर सिंधिया को पांच महीने से भाजपा में शामिल करने की कवायद कर रहे थे।
बताया जा रहा है कि जफर और मोदी के बीच अच्छे ताल्लुकात हैं। उनपर अमित शाह भी विश्वास करते हैं। वह पीएम मोदी से प्रभावित होकर बीजेपी में शामिल हुए थे। इसलिए बीजेपी हाईकमान ने इतना बड़ा ऑपरेशन चलाने की जिम्मेदारी दी। ज्योतिरादित्य 18 साल तक कांग्रेस में रहने के बाद भाजपा में शामिल हुए।
जानकारी के मुताबिक, जफर 2014 में राजनीति में आने से पहले वह एक विदेशी बैंक में काम करते थे और इसके लिए उनको लाखों रुपए का वेतन भी मिलता था। हालांक उन्होंने बीजेपी में शामिल होने के बाद यह काम छोड़ दिया। वह फिलहाल पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं।
बता दें कि जफर इस्लाम भारतीय जनता पार्टी के राष्टीय प्रवक्ता हैं। वह नेशनल टीवी पर डिबेट में पार्टी का पक्ष रखते हैं।
जानकारी के मुताबिक, यह पूरा ऑपरेशन में भाजपा की तरफ से सिर्फ लॉजिस्टिक और अन्य सहायता दी गई। लेकिन पूरा ऑपरेशन ज्योतिरदित्य के अनुसार ही चला।