दरअसल, झारखंड के बोकारो के निवासी संजीव कुमार अपनी में के साथ शनिवार को उज्जैन में बाबा महाकाल के दर्शन करने के लिए पहुंचे हुए थे। साथ में उनकी मां सूरत प्यारी भी थीं। जहां उन्होंने स्व. रश्मि प्रभा की अंतिम इच्छा को पूरा करने के लिए उसके करीब 370 ग्राम सोने आभूषण भगवान के चरणों में समर्पित किए।