बता दें कि सत्या रघुवंशी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयार कर रहा था। वह कई एग्जाम दे चुका था, लेकिन उसे कहीं कोई नौकरी नहीं मिली। वह चार बार एसआई की परीक्षा दे चुका था, शिक्षक भर्ती परीक्षा में उसके 120 नंबर आए थे। इतना ही नहीं वह ओवरएज तक हो गया था। इस बात से वह बेहद दुखी था। क्योंकि उसके अधिकतर दोस्तों की जॉब लग गई थी।