दरअसल, यह बंदर की मौत का कुछ हटकर यह मामला खिलचीपुर के डालूपुरा गांव का है। जहां सोमवार को धार्मिक क्रियाओं के तहत गांव के लोगों ने मृत्यू भोज का आयोजन किया था। इस मृत्यू भोज में करीब 50 से ज्यादा लोग पहुंचे हुए थे। जिसमें 11 हज़ार से लोगों ने बंदर के निधन पर शोक जताते हुए उसकी अंतिम क्रिया की महाभंडारे की प्रसादी ग्रहण की।