भोपाल, मध्य प्रदेश. कई दिनों से रुक-रुककर हो रही बारिश ने मध्य प्रदेश में जिंदगी बेपटरी कर दी है। कई जगहों पर भारी बारिश के चलते पानी भर गया है। नदी-नाले उफान पर हैं। कई बांध लबालब हो जाने से गेट खोलने पड़े हैं। इससे नदियों में बाढ़ आ गई है। खंडवा में नर्मदा घाटी में भारी बारिश के चलते इंदिरा सागर और ओमकारेश्वर बांध से पानी छोड़ने के लिए गेट की संख्या बढ़ा दी गई है। मौसम विभाग ने अनूपपुर, डिंडोरी, शहडोल, सिवनी, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, मंडला, बालाघाट, छतरपुर और टीकमगढ़ जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। भोपाल स्थित मौसम विभाग के वैज्ञानिक एके शुक्ला ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में बना कम दवाब का असर मध्य प्रदेश में दिखाई दे रहा है। इससे उत्तरी और पश्चिमी हिस्से में भारी बारिश की संभवना है। देखें कुछ तस्वीरें...
यह तस्वीर सागर में पन्ना रोड की है। यहां फोरलेन रोड के निर्माण के लिए बनाया गया डायवर्सन मार्ग पानी में बह गया।
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यह तस्वीर रायसेन की है। शुक्रवार सुबह बारना डैम के 8 गेट खोले जाने से बरेली स्थित बारना पुल पर करीब 20 फीट तक पानी आ गया। इससे नेशनल हाइवे-12 जयपुर-जबलपुर मार्ग बंद हो गया।
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छतरपुर के मोखरा गांव में सिंहपुर बैराज का जलस्तर बढ़ने से पानी भर गया।
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भारी बारिश के चलते नाले उफन रहे हैं। इससे घरों में पानी भर गया है।
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मौसम विभाग के अनुसार आगे भी बारिश का दौर जारी रहेगा।