इंसानियत की मिसाल यह मंदिर: मुस्लिम करते हैं गणेशजी की पूजा, अपने हाथों से लगाते हैं बप्पा को भोग

रतलाम (मध्य प्रदेश). हमारे देश में भगवान श्रीगणेश के अनेक मंदिर हैं, लेकिन कुछ ऐसे भी हैं जो चमत्कार और अनोखी वजह से भक्तों में लोकप्रिय हैं। हम आपको आज ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां गणेशोत्सव के दौरान 1 दिन मुस्लिम समाज के लोग आरती करते हैं और वही भोग लगाते हैं।

Asianet News Hindi | Published : Aug 22, 2020 9:31 AM IST / Updated: Aug 22 2020, 03:04 PM IST

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इंसानियत की मिसाल यह मंदिर: मुस्लिम करते हैं गणेशजी की पूजा, अपने हाथों से लगाते हैं बप्पा को भोग

बप्पा की महाआरती करता है मुस्लिम समाज 
रतलाम शहर में नित्य चिंताहरण गणेश भगवान का भव्य मंदिर है, जहां भगवान गणेश की प्राचीन प्रतिमा स्थापित है। यहां गणेशोत्सव के दौरान गंगा जमुनी तहजीब की अनूठी मिसाल देखने को मिलती है। गणेशोत्सव के दौरान यहां मुस्लिम समाज लोग हर साल 1 दिन महाआरती करते हैं और वही बप्पा को भोग लगाते हैं।
 

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साम्प्रदायिक सौहार्द की मांगते हैं मन्नत
बताया जाता है कि इस पूजा को दौरान  मुस्लिम समाज के लोग बप्पा के चरणों में चिट्टी लिखकर रखते हैं। वह साल भर के लिए शहर में भाई-चारे और साम्प्रदायिक सौहार्द बना रहे ऐसी मन्नत मांगते हैं।

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यहां चिट्टी लिखकर मांगी जाती है मन्नत
गणेशोत्सव के दौरान यहां दूर-दूर से लोग आते हैं। स्थानीय लोगों के मुताबिक, बप्पा के दरबार में जो भी आता उसकी सारी मनोकानाएं पूरी होती हैं। नित्य चिंताहरण गणेश मंदिर में मन्नत मांगने का अनूठा तरीका है। भक्त चिट्ठी लिखकर बप्पा से मन्नत मांगते हैं। गणेशजी भी भक्तों की चिट्टी में लिखी हुई मनोकामना को जल्द पूरा कर देते हैं और आपकी जो भी चिंता होती उसे भी खत्म कर देते हैं।

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यहां बप्पा की महिमा है निराली
बता दें कि नित्य चिंताहरण गणेश मंदिर जितना पुराना है उतनी इनकी महिमा भी निराली है, आज जो आपको भव्य गणेश मंदिर दिखाई दे रहा है। पहले यह प्रतिमा एक महल की दीवार से लगे पत्थर थी।, तभी से मंदिर में मन्नत के लिए चिट्ठी लिखने की भी परंपरा है।

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नित्य चिंताहरण गणेश भगवान का भव्य मंदिर रतलाम।

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